Pharma Tariff: फार्मास्युटिकल्स पर टैरिफ लागू होता है, तो इसका असर भारत की दवा कंपनियों पर देखने को मिलेगा। भारत के कुल दवा निर्यात का लगभग एक तिहाई हिस्सा अमेरिका को जाता है।
Trump Pharma Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि फार्मास्युटिकल्स पर टैरिफ लगाने का उनका पुराना वादा जल्द ही पूरा होने वाला है। मंगलवार को हाउस रिपब्लिकन के लिए आयोजित एक फंड रेजिंग कार्यक्रम में, बिना किसी अतिरिक्त जानकारी के, ट्रंप ने कहा, "हम फार्मास्युटिकल्स पर जल्द ही एक बड़ा टैरिफ लागू करने जा रहे हैं। उनका कहना था कि ऐसा करने से ये कंपनियां हमारे बाजार में वापस आएंगी, क्योंकि हमारा बाजार बहुत बड़ा है। ब्लूमबर्ग के मुताबिक, ट्रंप लंबे समय से देश में दवा उत्पादन की कमी को लेकर नाराजगी जाहिर करते रहे हैं। इसीलिए, घरेलू स्तर पर दवाओं के उत्पादन को बढ़ाने के लिए टैरिफ लगाने की बात वे बार-बार दोहराते रहे हैं।
मार्च में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया था कि व्हाइट हाउस जल्द ही दवा कंपनियों पर टैरिफ की घोषणा करेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि अमेरिका इस क्षेत्र में लंबे समय तक पीछे नहीं रह सकता। यह बयान ऐसे समय में आया है, जब ट्रंप द्वारा विभिन्न देशों पर लगाए गए टैरिफ के कारण अमेरिकी और वैश्विक शेयर बाजारों में उथल-पुथल मची हुई है।
अगर फार्मास्युटिकल्स पर टैरिफ लागू होता है, तो इसका भारत जैसे देशों की दवा कंपनियों पर बड़ा असर पड़ेगा, जो अमेरिका को दवाएं निर्यात करती हैं। रायटर्स के विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया है कि भारतीय कंपनियां अमेरिका को ज्यादातर जेनेरिक और लोकप्रिय दवाएं सस्ते दामों पर भेजती हैं, जिन पर अभी बहुत कम या न के बराबर शुल्क लगता है। वहीं, भारत से अमेरिका को निर्यात होने वाली दवाओं पर 10% टैक्स लगाया जाता है।
भारत के कुल दवा निर्यात का लगभग एक तिहाई हिस्सा अमेरिका को जाता है। मार्च 2024 में बेंगलुरु की Biocon और मुंबई की Lupin ने अपनी आय का 44% और 37% हिस्सा अमेरिका से कमाया था। हैदराबाद की मल्टीनेशनल कंपनी Laurus Labs ने भी उत्तरी अमेरिकी बाजार से अपनी आय का 17% हिस्सा हासिल किया था। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की सबसे बड़ी दवा निर्माता सन फार्मा ने पिछले वित्तीय वर्ष में अपनी कुल कमाई का 32% अमेरिकी बाजार से प्राप्त किया था। इसके अलावा, डॉ. रेड्डी, अरबिन्दो फार्मा, Zydus Lifesciences और Gland Pharma जैसी कंपनियां भी अमेरिका में बड़े पैमाने पर निर्यात करती हैं।
ट्रंप ने अमेरिका में आयात (Tariff War) होने वाली कारों पर 25 फीसदी का टैरिफ लगा दिया है। इससे ग्लोबल ट्रेड वॉर बढ़ने की आशंका है और ये ट्रंप का नया टैरिफ दो अप्रेल से लागू हो गया है। भारत और अमेरिका के बीच बीते बुधवार को पहली बार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में व्यापार समझौते पर आमने-सामने बातचीत हुई थी। इस दौरान संबंधित अमेरिकी अधिकारियों ने अपने भारतीय समकक्षों को बातों ही बातों में यह संकेत दे दिया कि टैरिफ के मामले में भारत के साथ चीन, मैक्सिको और कनाडा जैसा बर्ताव नहीं किया जाएगा।