Spaceship: टेक्सास के बोका चिका से जो लगभग 400 फीट के रॉकेट को लॉन्च किए जाने के बाद इसे अंतरिक्ष में ले जाया गया और अंत में हिंद महासागर (Indian Ocean) में कामयाब लैंडिंग कराई गई।
एलन मस्क की कंपनी SpaceX के दुनिया के सबसे बड़े और सबसे शक्तिशाली रॉकेट स्टारशिप (Starship) का गुरुवार को हुआ चौथा टेस्ट सफल रहा। पूरी तरह से रीयूजेबल स्टारशिप सिस्टम भविष्य में 100 लोगों को एक साथ मंगल ग्रह (Mars) पर ले जा सकेगा। इससे पहलीे के तीन प्रयास विफल रहे थे। टेक्सास के बोका चिका से जो लगभग 400 फीट के रॉकेट को लॉन्च किए जाने के बाद इसे अंतरिक्ष में ले जाया गया और अंत में हिंद महासागर (Indian Ocean) में कामयाब लैंडिंग कराई गई। लक्ष्य यह देखना था कि कि स्टारशिप पृथ्वी के वातावरण में प्रवेश के दौरान बच पाता है या नहीं। यात्रा लगभग एक घंटे पांच मिनट तक चली और अपने चौथे परीक्षण मिशन के दौरान रॉकेट हिंद महासागर में गिर गया।
स्पेसएक्स (SpaceX) ने अपनी इस सफलता को उड़ान की उपलब्धि के तौर पर मनाया। पिछले साल नवंबर में इसके कठिन प्रोजेक्शन के 7 महीने बाद इसी तरह से एक कठिन क्रैश लैंडिंग हुई फिर इसके बाद एक रॉकेट (Starship) नष्ट हो गया। इतना ही नहीं 3 महीने पहले मार्च में भी एक बार और इसे लॉ़न्च किया गया तब भी ये नष्ट हो गय़ा था।
स्पेस एक्स कंपनी के मालिक एलन मस्क (Elon Musk) ने बीते गुरुवार की इस उड़ान को एक बड़ी उपलब्धि बताया। बता दें कि स्टारशिप की उड़ान उसी दिन हुई जब NASA ने बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल में हीलियम रिसाव के बारे में बताया था, जो बुधवार को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए अपने पहले क्रू मिशन पर लॉन्च हुआ था।