Israel-Hamas War: गाज़ा में फिलहाल युद्ध नहीं रुकेगा और इसकी वजह है अमेरिका। क्या है पूरा मामला? आइए नज़र डालते हैं।
इज़रायल (Israel) और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास (Hamas) के बीच युद्ध जारी है। इज़रायली सेना लगातार गाज़ा (Gaza) और आसपास के फिलिस्तीनी इलाकों पर हमले कर रही है, जिससे हाहाकार मचा हुआ है। इज़रायली सेना के हमलों में हर दिन कई फिलिस्तीनी मारे जा रहे हैं। इज़रायली हमलों के चलते फिलिस्तीनी डर के साये में जी रहे हैं। हमास भी अब युद्ध को रोककर सीज़फायर लागू करने की गुहार लगा रहा है। हालांकि सीज़फायर की उम्मीदों को अमेरिका (United States Of America) ने झटका दे दिया है।
अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के गाज़ा में सीज़फायर लागू करने वाले प्रस्ताव पर वीटो लगा दिया है। इससे फिलिस्तीनियों को बड़ा झटका लगा है। UNSC में बुधवार को गाज़ा में सीज़फायर के लिए वोटिंग हुई। 15 में से 14 देशों ने गाज़ा में सीज़फायर के पक्ष में वोटिंग की। UNSC में अल्जीरिया, ग्रीस, पाकिस्तान, डेनमार्क, गयाना, सिएरा लियोन, स्लोवेनिया, पनामा, सोमालिया और साउथ कोरिया ने मिलकर यह प्रस्ताव पेश किया था, जिसे फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और चीन का भी समर्थन मिला। हालांकि अमेरिका ने अपनी वीटो पावर से इसे बदल दिया। अमेरिका इस प्रस्ताव के खिलाफ वोट देने वाला एकमात्र देश रहा।
UNSC में अमेरिका की तरफ से कार्यवाहक राजदूत डोरोथी शिया (Dorothy Shea) ने कहा, "इज़रायल अपनी रक्षा कर रहा है और उसे ऐसा करने का हक है। यूएन ने हमास को आतंकी संगठन मानने से इनकार कर दिया है और इस वजह से अमेरिका इस प्रस्ताव के पक्ष में नहीं है। अमेरिका किसी भी ऐसे प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेगा जो हमास की निंदा नहीं करता और हमास से अपने हथियार छोड़कर गाजा से हमेशा के लिए चले जाने की मांग नहीं करता है।"
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