
अमरोहा नगर में रहने वाले गुफरान हैंडलूम का कारोबार करते थे। उनके पिता अताउल्लाह के मुताबिक, गुफरान को फजल, सोनू कबाब वाले, बबलू, मोहसिन, अयूब बावर्ची, तंजीम बेग, सलीम और भाभी सना उसे परेशान कर रहे थे। 24 अगस्त को गुफरान को कोट चौकी पर बुलाया गया। चौकी के पास पुलिसकर्मियों के सामने ही फजल, सोनू कबाब वाले, बबलू, मोहसिन, अयूब बावर्ची, तंजीम बेग, सलीम और गुफरान की भाभी सना ने उसके साथ मारपीट की और गोली मारने की धमकी दी।
पुलिस चौकी से लौटने के बाद गुफरान को फजल अपनी दुकान पर ले गया। वहां उसे बंधक बनाकर फिर से मारा-पीटा गया। शाम 5 बजे किसी तरह वह घर पहुंचा। घर पहुंचने के बाद अपनी पत्नी शबीना को बताया कि उसे बहुत अपमानित किया गया है। इसके बाद कमरे में गया और अपनी पत्नी के दुपट्टे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। काफी देर तक जब गुफरान बाहर नहीं आया तो दरवाजा तोड़ा गया। अंदर गुफरान का शव फंदे से लटका मिला। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। 25 अगस्त को गुफरान के शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
घर लौटने के बाद जब परिजनों ने गुफरान का मोबाइल चेक किया तो उसमें 1 मिनट 5 सेकंड का एक वीडियो मिला। इस वीडियो में गुफरान ने अपनी मौत का जिम्मेदार फजल, सोनू कबाब वाला, बबलू, मोहसिन, अयूब बावर्ची, तंजीम बेग, सलीम और सना को ठहराया। इतना ही नहीं, उसकी डायरी से एक पेज का सुसाइड नोट भी बरामद हुआ।
अपने सुसाइड नोट में गुफरान ने लिखा, "मैं मरना बिल्कुल नहीं चाहता था मगर इन लोगों ने हालात ऐसे बना दिए और मुझे बहुत परेशान किया। मुझे कोट चौकी बुलाकर फजल पुत्र डॉ. अल्ताफ कोट चौराहा निवासी ने गालियां दी। गोली मारने की बात चौकी के अंदर दरोगा के सामने कही। दरोगा कुछ नहीं बोला। यह सब कमरे में रिकॉर्ड हो गया है। मेरी मौत के जिम्मेदार फजल, सोनू कबाब वाला, दूसरा अयूब मोहल्ला चाहमुल्नान, तीसरा तंजीम बेग बाजार बटवाल, चौथ मेरी भाभी सना है। इन सब लोगों ने ऐसा गेम बनाया और मुझे समाज में बदनाम किया है। मैं मरना नहीं चाहता, मगर मजबूर हूं। मेरी दो छोटी बेटियां हैं, खुदा उनकी हर हाल में हिफाजत करें। खुदा हाफिज।
गुफरान ने मरने से पहले एक वीडियो में कहा, मैं गुफरान मुझे इतना टॉर्चर किया इन सब ने, फजल कोट चौराहे पे अभी-अभी थोड़ी देर पहले मुझे कोट चौकी पे बुलाया गया और बदतमीजी की गई। फजल ने गोली मारने की धमकी दी। दूसरा इसमें सोनू कबाब वाला, तीसरा तंजीम बेग, अयूब जो उमरे को गया हुआ है, उसी ने सारा षड्यंत्र रचा है मेरे खिलाफ। एक मोहसिन है उसके साथ। एक बबलू है इकराम का लड़का। इन सब ने मेरी जिंदगी हराम कर दी, मेरे पीछे पड़ गए। एक नीचे मेरी भावज है उसने बेवजह परेशान करा है। अब मैं अपना काम खत्म कर रहा हूं और इसके जिम्मेदार यह लोग है। असल मुददई फजल है मूंछों वाला, कोर्ट चौराहे पर डॉक्टर अल्ताफ का लड़का। पुलिस के साथ में दलाली, मंडवाली करने वाला आदमी है।
गुफरान के पिता ने शनिवार को एसपी अमित कुमार आनंद से शिकायत की और उन्हें वीडियो और सुसाइड नोट सौंपे। एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ सिटी शक्ति सिंह को जांच के आदेश दिए। सभी 8 आरोपियों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
Published on:
30 Aug 2025 04:07 pm
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