आरोपी इलाके के सीधे-साधे लोगों को कर्ज पर पैसा देकर 10 से 20 गुना तक ब्याज वसूलते थे।सूदखोरी की शिकायतों के आधार पर 10 मामलों में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें हंसकुमार, अनुज मिश्रा, चंचल सिंह, राजकुमार पाण्डेय, दीपक नागवानी, लियाकत अली, सम्पति जैन, फलमती केवट को हिरासत में लिया गया है। दो आरोपी परवेज और हरजीत फरार हैं।
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पहले भी 8 पकड़े थे
सूदखोरी को खत्म करने पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया था। इस पर आईं शिकायतों के बाद 24 अगस्त को भी कार्रवाई की गई थी। इसमें भी 8 सूदखोरों को 55 लाख के साथ गिरफ्तार किया गया था।
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51 आधार कार्ड और 28 एटीएम जब्त
कार्रवाई में 115 पासबुक, 147 हस्ताक्षर युक्त ब्लैंक चेक, 377 नग एलआइसी बाण्ड, 47 चेकबुक, 68 शपथ पत्र, 51 आधार कार्ड, 30 ब्लैंक चेक, 28 एटीएम कार्ड, 22 पैनकार्ड, 12 स्टाम्प और 14 इकरार नामा सहित अन्य दस्तावेज जब्त किए गए।
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जिले में सूदखोरों के खिलाफ 24 अगस्त को पुलिस द्वारा कोतमा, भालूमाड़ा और रामनगर थाना क्षेत्र में चलाए गए विशेष अभियान में मिली सफलता में यह बात सामने आई कि सूदखोरों द्वारा पीडि़त परिवारों से कर्ज के मूलधन से अधिक चुकाए गए राशि के बाद भी ब्याज की राशि वसूल रहे थे। जिसमें पीडि़त परिवार दस्तावेजों के बंधन में होने के कारण कितना चुकाया और कितना बकाया है का गणना नहीं कर पाते थे।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अभी अनेक थाना क्षेत्र कार्रवाई से बचे हैं, वहां कार्रवाई के साथ शिकायतों के लिए कैंप की शुरूआत आगामी सप्ताह से की जाएगी। जिसमें सूदखोरी से सम्बंधित शिकायतों को दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।