26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

विहिप और भाजपा नेता के बीच तकरार, BJP प्रदेश अध्यक्ष तक पहुंचा मामला….

MP News: जमीन विवाद को लेकर विहिप नेता ने पूर्व BJP जिलाध्यक्ष पर जबरन कब्जा और धमकाने के गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायत प्रदेश अध्यक्ष तक पहुंचने से मामला गर्मा गया है।

2 min read
Google source verification
vhp leader illegal land grab allegation bjp former district president ashoknagar mp news

vhp leader illegal land grab allegation on bjp former district president of ashoknagar (फोटो- भाजपा कार्यालय सोशल मीडिया)

Illegal Land Grab Allegation:अशोकनगर में विहिप नेता ने अपने बड़े भाई भाजपा नेता पर जमीन पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया है। साथ ही इस मामले की उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से शिकायत की है और जिलाध्यक्ष से भी शिकायत की है। वहीं भाजपा नेता ने इसे झूठा आरोप बताया है। (mp news)

विहिप नेता ने बड़े भाई व पूर्व जिला अध्यक्ष पर लगाए आरोप

विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष अशोक सिंह रघुवंशी (Ashok Singh Raghuvanshi) ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल से अपने ही बड़े भाई की शिकायत की है। शिकायती पत्र में अशोक सिंह रघुवंशी ने कहा कि बड़े भाई व भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष भानुप्रकाश रघुवंशी (Bhanuprakash Raghuvanshi) ने उसके आधिपत्य व स्वामित्व की जमीन पर सत्ता व ताकत का दुरुपयोग कर जबरन कब्जा कर लिया है।

प्रदेशाध्यक्ष तक पहुंचा मामला

साथ ही प्रताड़ित करने व प्राणघातक हमला कराए जाने का भी आरोप लगाया है। कहा है कि मामले की शिकायत जनसुनवाई में पुलिस अधिकारियों से भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अशोक सिंह रघुवंशी ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से मांग की है कि उसकी जमीन वापस दिलवाई जाए। साथ ही इस शिकायत की प्रति उन्होंने भाजपा जिलाध्यक्ष आलोक तिवारी को दी है।

भाजपा नेता बोले- मेरे हिस्से की है जमीन

इस आरोप को भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष भानुप्रकाश रघुवंशी ने झूठा बताया है। भानुप्रकाश रघुवंशी का कहना है कि यह जमीन उनके हिस्से की है लेकिन रेकॉर्ड में नाम से भाई के है। लेकिन नियत खराब होने की बजह से ऐसे आरोप लगाए हैं। भानुप्रकाश रघुवंशी का यह भी कहना है कि वर्ष 2008 में बंटवारे में यह जमीन मेरे हिस्से में आई, उस समय का रिश्तेदारों का पंचनामा भी मेरे पास है। वर्ष 2016 तक पिताजी थे तब तक उसने यह बात क्यों नहीं उठाई। साथ ही उनका कहना है कि यह प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। (mp news)