
काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान के साथ शांतिवार्ता से अमरीका के हटने के बाद आतंकी हमले बढ़ गए हैं। 28 सितंबर को संभावित राष्ट्रपति चुनाव को लेकर तालिबान ने लोगों को धमकी दी है और इसमें भाग नहीं लेने को कहा है।
इन सबके बीच तालिबान के खिलाफ अफगान सेना लगातार अभियान चला रही है। लेकिन सोमवार सेना से थोड़ी चूक हो गई और आतंकियों के बजाए आम नागरिकों को ही निशाना बना दिया।
अफगान सेना के विशेष बल ने सोमवार को दक्षिणी हेलमंद प्रांत में तालिबान के ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमला किया था। लेकिन गलती से इस कार्रवाई में 24 आम नागरिक निशाने पर आ गए और मारे गए, जबकि 12 अन्य लोग घायल हुए हैं।
उप प्रांतीय पार्षद अब्दुल माजिद अखुंद ने बताया कि शुरुआती खबरों से पता चलता है कि 24 नागरिक मारे गए हैं, लेकिन ये आंकड़ा हो सकता है कि बढ़ जाए।
प्रांतीय परिषद के प्रमुख अताउल्लाह अफगान ने बताया कि इस हमले में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे मारे गए हैं। मारे गए सभी लोग मूसा काला जिले में एक शादी समारोह में शामिल होने गए थे।
14 विद्रोहियों की भी हुई मौत
अलग-अलग सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मरने वालों और घायलों के बारे में विरोधाभासी खबरें आ रही है। बताया जा रहा है कि जिस क्षेत्र में सेना ने हमला किया वह तालिबान के कब्जे है और मूसा काला के अलग-अलग इलाकों में दो जगहों पर हमले किए गए।
अताउल्लाह अफगान ने कहा कि पहले अभियान में 6 विदेशी लड़ाके मारे गए, जबकि दूसरा हमला निशाने से चूक गया। इस दूसरे हमले में ही आम नागरिक इसकी चपेट में आ गए। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच अधिकारी कर रहे हैं।
प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता ने कहा कि कई जगहों पर छापेमारे के 14 विद्रोही मारे गए, इसमें 6 विदेशी बी शामिल हैं। बता दें कि इससे दो दिन पहले भी एक हवाई हमले में सेना ने गलति से आम नागरिकों को निशाना बना दिया था, जिसमें 25 लोगों की मौत हो गई थी।
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Published on:
23 Sept 2019 06:00 pm
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