
ढाका। नागरिकता संशोधन विधेयक ( citizenship Amendment Bill ) यानी CAB भारतीय संसद के दोनों संदनों (लोकसभा और राज्यसभा) से पारित हो गया है। अब राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद ये कानून का रूप ले लेगा। लेकिन इस बीच देशभऱ में इसे लेकर विरोध-प्रदर्शन हो रहा है।
इन सबके बीच एक बड़ी खबर सामने आई है जो भारत के विदेश नीति के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। CAB को लेकर पहले पाकिस्तान ने विरोध जताया और फिर अमरीका से भी इसे लेकर कुछ-कुछ विरोध की आवाजें सुनाई दी, हालांकि ये आधिकारिक तौर पर अमरीकी सरकार का बयान नहीं है।
अब बांग्लादेश सरकार की ओर से CAB पर बड़ा बयान आया है। दरअसल, राज्यसभा में CAB पर चर्चा के दौरान सवालों का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि बांग्लादेश में हिंदू अपनी धार्मिक गतिविधियां नहीं कर पाते हैं।
अमित शाह के इस बयान को लेकर बांग्लादेश ने आपत्ति दर्ज कराई है। बांग्लादेशी विदेश मंत्री डॉक्टर एके अब्दुल मोमेन (Bangladesh Foreign Minister AK Abdul Momen) ने कड़ा ऐतराज जताया। सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि अब्दुल मोमेन ने 12-14 दिसंबर के बीच होने वाली अपनी भारत यात्रा रद्द कर दी है।
'बांग्लादेश में हिन्दूओं को धार्मिक स्वतंत्रता नहीं'
गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में बोलते हुए कहा था कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में हिन्दूओं को उनकी धार्मिक स्वतंत्रता नहीं है। वहां पर हिन्दू अपनी धार्मिक गतिविधियां नहीं कर पाते हैं।
शाह ने कहा था कि लोकसभा में कहा था कि 1947 में बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की संख्या 22 फीसदी थी और 2011 में यह कम होकर 7.8 फीसदी रह गई। उन्होंने कहा था कि बांग्लादेश 1971 में बना, 1947 से 1971 के बीच वो पूर्वी पाकिस्तान था।
अमित शाह ने यह भी कहा था कि 1971 में बांग्लादेश को संविधान में धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र माना गया था लेकिन उसके बाद 1977 में राज्य का धर्म इस्लाम माना गया।
सांप्रदायिक सद्भाव वाला देश है बांग्लादेश: मोमेन
बांग्लादेश की मीडिया के मुताबिक, विदेश मंत्री डॉक्टर एके अब्दुल मोमेन ने कहा है कि दुनिया में बहुत कम ऐसे देश हैं जहां पर बांग्लादेश की तरह सांप्रदायिक सद्भाव कायम है।
उन्होंने कहा, यदि वह (गृह मंत्री अमित शाह) कुछ महीने बांग्लादेश में रहेंगे तो उन्हें सांप्रदायिक सद्भाव देखने को मिलेगा। यह जानकारी बांग्लादेशी मीडिया ने दी है।
मोमेन आगे यह भी कहा कि भारत के अंदर उनकी बहुत सारी अपनी समस्याएं हैं और उन्हें उससे खुद लड़ने दीजिए, हमें इससे कोई परेशानी नहीं है। हम एक मित्र राष्ट्र के रूप में सिर्फ ये आशा करते हैं कि भारत कुछ ऐसा कदम न उठाए जो हमारे मैत्रीपूर्ण संबंधों को प्रभावित करेगा।
आपको बता दें कि बांग्लादेश के विदेशमंत्री अब्दुल मोमेन गुरुवार को तीन दिन के दौरे पर भारत आने वाले थे। उन्हें 13 दिसंबर को दिल्ली में 6वें इंडियन ओसन डायलॉग में हिस्सा लेना था। साथ ही हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अहम मुद्दों पर चर्चा की जानी थी। लेकिन अब CAB को लेकर मोमेन ने अपनी भारत यात्रा रद्द कर दी है।
भारत ने CAB को लेकर बांग्लादेश की चिंता पर दिया स्पष्टीकरण
बांग्लादेश के विदेश मंत्री अब्दुल मोमेन के बयान पर भारतीय विदेशमंत्री ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि गृहमंत्री अमित शाह के बयान को गलत तरीके से लिया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा- हमने समझाया है कि बांग्लादेश में वर्तमान सरकार के तहत धार्मिक उत्पीड़न नहीं हो रहा है।
बांग्लादेश से भारत में शरण लेने वाले प्रवासियों को सैन्य शासन के दौरान और बांग्लादेश में पिछले सरकार के दौरान धार्मिक आधार पर उत्पीड़न और दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा है। हमने यह भी स्वीकार किया है और हम जानते हैं कि बांग्लादेश में वर्तमान सरकार ने अपने संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार अल्पसंख्यकों की चिंताओं को दूर करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
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Updated on:
13 Dec 2019 10:26 am
Published on:
12 Dec 2019 04:56 pm
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