पाकिस्तान ने की अंतरराष्ट्रीय समुदाय से दखल की मांग
एयर स्ट्राइक से सदमे से पाकिस्तान अभी उबर नहीं पाया है। इसी का नतीजा है कि अंतरिक्ष में भारत की सफलता पाकिस्तान पचा नहीं पा रहा। ‘मिशन शक्ति’ के परीक्षण पर लेकर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय से दखल की मांग की है। उसने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जिम्मेदारी है कि ऐसे परीक्षण को देखे। जबकि इस मिशन की जानकारी देते वक्त ही प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कहा था कि हमारा लक्ष्य शांति कायम रखना है, न कि युद्ध जैसे हालात बनाना।
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भारत से टक्कर मिलने पर चिढ़ा चीन
वहीं दूसरी ओर लगातार आतंक के मुद्दे पर पाकिस्तान का बचाव कर रहा चीन भी ‘मिशन शक्ति’ से बौखलाया दिख रहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एंटी-सैटेलाइट (ASAT) मिसाइल के परीक्षण पर चीन ने कहा है कि उम्मीद है कि सभी देश अंतरिक्ष में शांति बनाए रखेंगे। यहां बता दें कि लो अर्थ ऑर्बिट में सैटेलाइट मारने वाला भारत चौथा देश बन गया है। अभी तक यह तकनीक सिर्फ अमरीका, चीन और रूस के पास ही थी।
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पीएम मोदी ने पहले ही कहा- हमारा लक्ष्य शांति कायम रखना
बता दें कि बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की अंतरिक्ष में सफलता की घोषणा कीष उन्होंने कहा भारत उपग्रह-भेदी क्षमता हासिल कर चौथा अंतरिक्ष महाशक्ति बन गया है। पीएम ने बताया कि ए-सैट ने पूर्व निर्धारित लक्ष्य सिर्फ तीन मिनट में नष्ट कर दिया। इसके साथ ही भारत ने खुद को अंतरिक्ष महाशक्ति के तौर पर स्थापित कर दिया। मोदी ने कहा कि मिशन में किसी अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन नहीं किया गया। यह नई तकनीक किसी के खिलाफ नहीं है। यह सिर्फ देश के विकास के लिए है। हम यह सिर्फ अपनी सुरक्षा और रक्षा के लिए कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य शांति कायम रखना है, न कि युद्ध जैसे हालात।