
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार नेपाल के जनकपुरधाम जा रहे हैं। प्रधानमंत्री की दो दिवसीय यात्रा को लेकर जनकपुरवासियों में जबर्दस्त उत्साह है। पूरे जनकपुर को आकर्षक सजावट के साथ स्वागत के लिए तैयार किया गया है। नगर के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों को भी सजाया जा रहा है। इसके अलावा सड़कों के किनारे बड़े-बड़े कटआउट और प्रधानमंत्री मोदी के पोस्टर लगाए गए हैं।
ये है जनकपुर धाम का पौराणिक इतिहास
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार की सुबह प्रधानमंत्री मोदी बिहार की राजधानी पटना होते हुए जनकपुरधाम आएंगे। वे यहां जानकी मंदिर दर्शन-पूजन करेंगे और करीब आधा घंटा रूकेंगे। इसके बाद वे बारहबीघा जाएंगे, जहां एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। जनकपुर नेपाल का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह नगर प्राचीन काल में मिथिला की राजधानी माना जाता है। मां सीता के पिता जनक यहां के प्रसिद्ध राजा थे। यह शहर भगवान राम की ससुराल के रूप में विख्यात है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा को देखते हुए सीमावर्ती इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है। उनकी सुरक्षा के लिए पांच स्तरीय सुरक्षा घेरा बनाया गया है, जिसमें करीब सात हजार जवान तैनात किए गए हैं। इनमें नेपाल प्रहरी, सशस्त्र प्रहरी बल और नेपाल सेना के जवान शामिल होंगे। इसके अलावा राष्ट्रीय अनुसंधान विभाग और थल प्रहरी को भी जिम्मेदारी दी गई है। सुरक्षा के प्रबंध को लेकर जनकपुर सैनिक छावनी में तब्दील हो गया है। भारतीय वायुसेना के विमान ने जनकपुर में सुरक्षा व्यवस्था का हवाई मुआयना भी किया।
सरहद पर भी सख्त हुए सुरक्षाबल
भारत-नेपाल सीमा पर दोनों ओर से कड़ी निगरानी रखी जा रही है। भारतीय क्षेत्र में तैनात एसएसबी भिठ्ठामोड़ और सोनबरसा के रास्ते आने-जाने वाले वाहनों की सघन तलाशी कर रही है। सीमा पर जवानों की पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है। संदिग्ध लोगों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है। जानकारी के अनुसार, भारतीय सेना एवं खुफिया विभाग के वरिष्ठ अधिकारी जनकपुर में कैंपकर लगातार नेपाली अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं।
Published on:
09 May 2018 09:47 am
बड़ी खबरें
View Allएशिया
विदेश
ट्रेंडिंग
