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जाकिर नाईक के भारत लौटने की खबर निकली अफवाह, बोला-निष्पक्ष सुनवाई होने पर ही लौटूंगा

जाकिर नाईक के भौरत लौटने की खबर निकली अफवाह, बोला-निष्पक्ष सुनवाई होने पर ही लौटूंगा

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जाकिर नाईक के भौरत लौटने की खबर निकली अफवाह, बोला-निष्पक्ष सुनवाई होने पर ही लौटूंगा

नई दिल्ली। विवादित इस्लामिक प्रचारक डॉक्टर जाकिर नाईक ने अपनी गिरफ्तारी को खारिज कर दिया है। जाकिर ने कहा कि अभी मेरा भारत आने का कोई प्लान नहीं है, जब तक निष्पक्ष सुनवाई नहीं होगी तब तक वह नहीं आएंगे। नाईक ने कहा है, 'मेरे भारत लौटने की खबर पूरी तरह अफवाह और निराधार है। जब तक अनुचित अभियोजन से मैं सुरक्षित महसूस नहीं करूंगा तब तक मेरी भारत आने की कोई योजना नहीं है।


उधर..एनआईए ने साफ कर दिया है कि जाकिर नाईक के भारत आने की सारी बातें कोरी अफवाह हैं। आपको बता दें कि पिछले लंबे वक्त से जाकिर को भारत लाए जाने की बातें सामने आ रही थीं। इस बीच नाईक के वकील मुबिन सोलकर का कहना है कि जहां तक प्रत्यर्पण प्रक्रिया का सवाल है तो पहले बताया गया था कि भारत सरकार ने इस संबंध में जरूरी प्रक्रिया शुरू कर दी है, लेकिन इसमें अभी कोई प्रगति नहीं हुई है।

ऐसे दी जाकिर ने सफाई
बुधवार दोपहर मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया कि मलेशिया सरकार ने अपने देश में रह रहे भारत के विवादित धर्मगुरु जाकिर नाइक को भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया है। यही नहीं रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया कि वो शाम तक भारत लाया जाएगा।

इस खबर के फैलते न्यूज एजेंसी ने तुरंत जाकिर का बयान ही जारी कर दिया। इसमें उसने कहा- मेरे भारत लौटने की खबरें बेबुनियाद हैं। मेरा भारत लौटने का इरादा तब तक नहीं है जब तक कि मुझे ये भरोसा नहीं हो जाता कि वहां मेरे साथ इंसाफ होगा। मैं निश्चित तौर पर अपने देश वापस जाना चाहता हूं।

इसलिए चर्चा में जाकिर नाईक
- जाकिर जुलाई 2016 से देश से बाहर है। एनआइए ने 18 नवंबर 2016 को मुंबई ब्रांच में जाकिर के खिलाफ केस दर्ज किया था। पिछले साल इस मामले में चार्जशीट दायर की जा चुकी है। इसमें युवाओं को आतंकवाद के लिए उकसाने और हेट स्पीच देने का आरोप लगाया गया है।
- 65 पन्नों की चार्जशीट में नाइक पर हेट स्पीच और आतंक को बढ़ावा देने के आरोप लगाए गए हैं। साथ में दिए गए दस्तावेजों में 1000 पन्ने हैं। इसमें 80 गवाहों के बयान भी दर्ज हैं। जाकिर पर आतंकियों की वित्तीय मदद करने और काले धन को सफेद बनाने का आरोप है।