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Astro Tips: ये रत्न धारण करते ही शांत हो जाता है शनि का क्रोध, बरसना शुरू हो जाती है कृपा

Wear These Gemstone to please Lord Shani: शनि के प्रकोप के कारण आप हर तरह से कंगाल हो सकते हैं। यह या तो सड़क पर ले आता है या फिर रंक से राजा बना देता है। पत्रिका.कॉम में रत्न ज्योतिषाचार्य संदीप सोनी आपको बता रहे हैं शनि (Gemstone releted with Lord Shani) के प्रकोप को कम करने या खत्म करने के लिए आप कौन से रत्न धारण कर सकते हैं? (Gemstone releted with Lord Shani)

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Sanjana Kumar

Mar 13, 2023

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Wear These Gemstone to please Lord Shani: ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को सबसे क्रूर ग्रह माना जाता है। दरअसल शनि देव न्याय के देवता हैं, इसीलिए वे बुरे कर्म का बुरा और अच्छे कर्म का अच्छा फल देते हैं। माना जाता है कि यदि आपने गलती की है, तो चाहे जो कर लीजिए उसके लिए शनि का प्रकोप झेलना ही पड़ता है। (Gemstone releted with Lord Shani) यही कारण है कि लोग इन्हें क्रूर ग्रह कहते हैं। शनि नवग्रहों में शक्तिशाली और लम्बे समय तक असर दिखाने वाला सबसे प्रभावी ग्रह है। यदि आपकी कुंडली में शनि से संबंधित कोई दोष है, तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। शनि के प्रकोप के कारण आप हर तरह से कंगाल हो सकते हैं। यह या तो सड़क पर ले आता है या फिर रंक से राजा बना देता है। पत्रिका.कॉम में रत्न ज्योतिषाचार्य संदीप सोनी आपको बता रहे हैं शनि (Gemstone releted with Lord Shani) के प्रकोप को कम करने या खत्म करने के लिए आप कौन से रत्न धारण कर सकते हैं?

जीवन को नरक बना देता है शनि
शनि दोष या शनि ग्रह की पीड़ा ऐसी मानी जाती है कि आपको जीवन में हर क्षेत्र में विफलता का सामना करना पड़ता है। आपका हर प्रयास असफल होता है। माना जाता है कि शनि दोष के कारण जीवन नरक तक बन जाता है।

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नीलम
नीलम रत्न को शनि ग्रह का रत्न माना गया है। इसे अंग्रेजी में ब्लू सफायर कहते हैं। इसे बेहद प्रभावशाली रत्न माना जाता है। ज्योतिष विज्ञान में इसे कुरुन्दम समूह का रत्न कहते है। सबसे अच्छा नीलम भारत में पाया जाता है। इसके साथ ही यह अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, म्यांमार और श्रीलंका की खानों में पाया जाता है। इस रत्न को सभी बेशकीमती रत्नों में सबसे प्रभावशाली रत्न माना जाता है। माना जाता है कि नीलम शनि देव के शुभ प्रभाव को बढ़ाने में हमारी मदद करता है। यदि शनि की महादशा या अन्तर्दशा हो तब नीलम रत्न धारण करना चाहिए।

यह है नीलम रत्न की खासियत
नीलम के प्रभाव से बिजनेस में सफलता मिलती है। इसे धारण करते ही व्यक्ति के अच्छे दिन शुरू हो जाते हैं, व्यक्ति धीरे-धीरे धनवान हो जाता है। तथा व्यक्ति बहुत जल्दी धनवान बनता है। अगर आप बार बार गलत निर्णय लेते हैं, तो भी नीलम रत्न आपको सही दिशा दिखाने का काम करता है। नीलम धारण करने के कुछ दिन में ही अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर देता है। यदि इसे धारण करने के बाद यदि आपकी आंखों में तकलीफ होने लगे, तो ध्यान दें कि यह आपको सूट नहीं कर रहा है। ऐसे में किसी एक्सपर्ट की सलाह पर ही आप इसे धारण करें। इसके विपरीत भाग्योदय में इस रत्न की अहम भूमिका होती है। इस रत्न को धारण करने के बाद व्यक्ति को इतनी तरक्की मिलती है कि उसे कभी भी पीछे मुड़कर देखने की जरूरत नहीं पड़ती। इस रत्न को धारण करने से मानसिक शांति मिलती है। मन में बुरे विचार आने बंद हो जाते हैं। आप क्रोध पर नियंत्रण करना सीख जाते हैं। राजनीति से जुड़े हैं, तो नीलम धारण करने से लाभ मिलता है। अगर व्यक्ति के मन में किसी प्रकार का भय है, तो उसे खत्म करने के लिए भी नीलम धारण किया जाता है। यह रत्न पहनने से आलस दूर होता है और पोजेटिव फीलिंग आती है।

जामुनिया या कठेला
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक जामुनिया नीलम रत्न का ही उपरत्न है। इस रत्न को कठेला के नाम से भी जाना जाता है। यह रत्न भी प्रभावशाली माना जाता है। जामुनिया या कठेला का संबंध भी शनि ग्रह से माना गया है। यह रत्न जामुनी तथा बैंगनी रंग का होता है। अंग्रेजी में इसे एमेथिस्ट कहते हैं। यह बैंगनी रंग का पत्थर है, जो सेमीप्रीशियस स्टोन्स की कैटेगरी में आता है। शनि के दोषों से छुटकारा पाने के लिए इस रत्न को भी कारगर माना गया है। इस रत्न को धारण करने से शनि के शुभ प्रभाव आप पर बढऩे लगते हैं। शनि की महादशा या अंतर्दशा हो तब, इस रत्न को धारण करना शुभ माना गया है। जो लोग नीलम रत्न धारण नहीं कर पाते, उन्हें इस रत्न को धारण करने की सलाह दी जाती है। इसका मूल्य मूल रत्नों के मुकाबले बहुत ही कम होता है। इसलिए जिन लोगों की कुंडली में शनि बलवान होने के बावजूद भी शुभ फल नहीं दे रहे, उन लोगों को शनि ग्रह को बल प्रदान करने के लिए नीलम की जगह जामुनिया रत्न से तैयार की हुई अंगूठी धारण करनी चाहिए।

जामुनिया या कठेला रत्न की खासियत
यदि कुंडली में शनि अस्त या वक्री तथा निर्बल हो तो, व्यक्ति धीरे-धीरे सफलता से दूर चला जाता है, यदि आपकी कुंडली में शनि की दशा अनुकूल नहीं है, तो आपको जामुनिया अवश्य धारण करना चाहिए। इसे धारण करने बाद धीरे-धीरे आप हर क्षेत्र में सफलता पाने लगेंगे। इसे धारण करने के कुछ दिन बाद ही व्यक्ति धीरे-धीरे धनवान बनने लगता है। वहीं यदि आप बार-बार गलत निर्णय लेते हैं, तो यह रत्न धारण करने के बाद आपकी निर्णय क्षमता मजबूत होने लगती है। यह रत्न आपको सही दिशा दिखाने का काम करता है। यह रत्न शत्रुओं से बचाता है। दुर्घटना आदि से आपकी रक्षा करता है। भाग्योदय में भी इस रत्न की अहम भूमिका होती है। इस रत्न को धारण करने के बाद व्यक्ति का जीवन तरक्की की सीढ़ी चढऩे लगता है। यह भी नीलम रत्न की तरह ही मानसिक शांति देने वाला रत्न है। आप क्रोध पर नियंत्रण करना सीख जाते हैं। राजनीति से जुड़े लोग इसे धारण करें तो लाभ मिलता है। मन का भय दूर करता है। आलस दूर करता है और पॉजीटिविटी बढ़ाता है।

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