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Birthmark Meaning Past Life : अपने शरीर पर मौजूद निशानों से पहचानें अपना पिछला कर्मा

Birthmark Meaning Past Life : आत्मा के हस्ताक्षर: शरीर के निशानों से पहचानें अपने पिछले जन्म का कर्मा

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भारत

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Manoj Vashisth

Dec 17, 2025

Birthmark Meaning Past Life

Birthmark Meaning Past Life : आपका बर्थमार्क खोलता है आपके पिछले जन्म की अनसुनी कहानी (फोटो सोर्स: AI image@chatgpt)

Birthmark Meaning Past Life : कुछ लोग मानते हैं कि बर्थमार्क सिर्फ त्वचा पर निशान नहीं होते ये पिछले जन्मों की कहानियां बताते हैं। कई ज्योतिषियों और आध्यात्मिक सोच रखने वालों को हमेशा से इन निशानों में दिलचस्पी रही है। उनका कहना है, ये बर्थमार्क हमारे बीते हुए जीवन की कुछ अनसुलझी फीलिंग्स या डर को दिखाते हैं, जो आज हमारे व्यवहार, डर और इमोशंस को भी कहीं न कहीं गाइड करते हैं।

अगर बर्थमार्क चेहरे पर दिखता है

गाल, माथा या ठुड्डी पर जोई निशान है तो कहा जाता है कि शायद आत्मा के अंदर "देखे जाने" या खुलकर सामने आने का डर बैठा है। हो सकता है पिछले जन्म में सच बोलने या अपनी पहचान जताने पर रिजेक्शन या मजाक का सामना किया हो। ऐसे लोग आज भी अप्रूवल के लिए तरसते हैं, लेकिन दिल में कुछ नया, अलग और सच्चा कहने की चाह भी होती है। असली सबक? अपने डर को पीछे छोड़कर बिना हिचक के, ईमानदारी से खुद को जाहिर करना।

गर्दन या गले पर बर्थमार्क?

कई बार ये आवाज खोने या चुप करा दिए जाने के डर से जुड़ता है। शायद किसी पिछले जन्म में किसी ने उनकी आवाज दबा दी हो। अब, जब भी अपनी बात रखने की बारी आती है, तो थोड़ी झिझक आ ही जाती है। यहां आत्मा को सीखना है बिना डरे, ज़ोर से और साफ-साफ बोलना।

अगर छाती या दिल के पास निशान

ये इमोशनल चोट या धोखे का इशारा हो सकता है, खासकर पिछले जन्मों में। ऐसे लोग अपनी फीलिंग्स छुपाकर रखते हैं, लेकिन अंदर से प्यार और भरोसा पाने की गहरी भूख होती है। असली मकसद है बिना शर्त प्यार करना और दिल खोलकर भरोसा करना सीखना।

नाभि या पेट के आसपास बर्थमार्क

पिछले जन्म में असुरक्षा, भूख या छोड़ दिए जाने का डर रहा होगा। अब, ये लोग अक्सर कंट्रोल या सिक्योरिटी की तलाश में रहते हैं। आत्मा को यहां खुद को मजबूत और इमोशनली ग्राउंडेड बनाना होता है।

ऊपरी पीठ पर निशान?

धोखे या भरोसा टूटने की चिंता का इशारा है। हो सकता है पिछले जन्म में किसी ने पीठ पीछे हमला किया हो। अब, भरोसा करना मुश्किल होता है, जिम्मेदारियां सौंपने में भी डर लगता है। धीरे-धीरे, समझदारी और भरोसा सीखना ही रिकवरी का रास्ता बनता है।

बर्थमार्क बाहों या उंगलियों पर

शायद पिछले जन्म में किसी को वक्त पर मदद न मिली हो या कोई पछतावा हो। अब, ये लोग हमेशा दूसरों की मदद करने में लगे रहते हैं। कई बार खुद को भूल ही जाते हैं।

पैरों या पंजों पर निशान दिशा या स्थिरता खोने के डर को दिखाते हैं। शायद आत्मा को पहले घर बदलना, देश छोड़ना या मजबूरी में कहीं जाना पड़ा हो। अब, इन्हें अपनेपन और इमोशनल जड़ों की तलाश रहती है।

पीठ के निचले हिस्से या रीढ़ पर निशान दिखे तो ये निर्भरता या शोषण का डर हो सकता है। हो सकता है पहले कोई भरोसेमंद रिश्ता टूटा हो या पावर का मिसयूज हुआ हो। इस जन्म में आत्मा को खुद पर भरोसा करना, अपनी लिमिट्स तय करना और अकेले खड़े रहने की हिम्मत सीखनी है।

कान के पीछे या स्कैल्प पर बर्थमार्क

ये छिपी सच्चाइयों से डर या अपनी समझ पर भरोसा न कर पाने का संकेत है। ऐसे लोग अक्सर एनर्जी, सिंबल्स या इंट्यूशन के लिए बहुत सेंसेटिव होते हैं, लेकिन खुद पर पूरी तरह भरोसा नहीं कर पाते। असली चुनौती — अपनी समझ और अंदर की आवाज को बिना डरे अपनाना।

कभी-कभी, शरीर वो याद रखता है जिसे दिमाग भूल जाता है। बर्थमार्क भी शायद ऐसे ही कुछ पुराने डर या सबक की याद दिलाते हैं — ताकि हम उन्हें समझें, अपनाएं और आगे बढ़ें।