
Budh Gochar 2025
Budh Gochar in Tula Rashi 2025 : बुध, जिसे ग्रहों का राजकुमार भी कहते हैं, 23 नवंबर को शाम 7:58 पर शुक्र की राशि तुला में प्रवेश करेगा। बुध 6 दिसंबर की रात 8:52 तक वहीं रहेगा। इस दौरान बुध का असर तीन राशियों पर खासा नकारात्मक डाल सकता है, जबकि दो राशियों को मिला-जुला असर देखने को मिल सकता । बुध वाणी का कारक है, इसलिए इसका उल्टा असर आपकी बोलचाल में झलक सकता है। चलिए, जानते हैं ज्योतिषी डॉ अनीष व्यास से नवंबर में बुध के गोचर से किन राशियों को संभलकर रहना है।
बुध आपकी राशि के छठे भाव को एक्टिव करेगा। यानी स्वास्थ्य, कामकाज और जिम्मेदारियां अचानक फोकस में आ जाएंगी। आपको अब अपनी लाइफस्टाइल और हेल्थ पर ध्यान देना पड़ेगा। हल्के-फुल्के इंफेक्शन या स्ट्रेस से बचना है तो काम और जिम्मेदारियों में बैलेंस बनाएं, वरना फोकस बिगड़ सकता है। वैसे, कुछ पुराने काम जो अटके हुए थे, उन्हें अब पूरा करने का मौका मिलेगा।
बुध बारहवें भाव में जाएगा तो हानि, रहस्य और आत्म-चिंतन का घर बनेगा । आप खुद में खोए रह सकते हैं, खर्चे या दिमागी भागदौड़ बढ़ सकती है। ध्यान, मेडिटेशन या कुछ गूढ़ बातें समझने में दिलचस्पी बढ़ेगी। लेकिन दिमाग को बहुत ज्यादा मत दौड़ाएं, वर्ना थकान महसूस होगी। मिलना-जुलना थोड़ा कम हो सकता है, तो अपनी एनर्जी बचाएं।
आपके अष्टम भाव पर असर पड़ सकता है यानी बदलाव, साझेदारी, गुप्त आय और कर्ज। साझे के पैसे, छिपी बातें या कुछ बदलाव सामने आ सकते हैं। निवेश या कर्ज से जुड़े फैसलों में सावधानी बरतें। हां, अपने भीतर भी नए बदलाव या समझदारी महसूस कर सकते हैं। हेल्थ या मानसिक स्थिति में भी उतार-चढ़ाव आ सकता है।
बुध चौथे भाव में है, मतलब घर-परिवार, मां और इमोशनल सपोर्ट। घर की सजावट या पारिवारिक माहौल बेहतर होगा। परिवार के साथ वक्त बिताने, यादें ताजा करने और सपोर्ट देने का मौका मिलेगा। मां या परिवार की महिलाओं से बात-चीत गहरी हो सकती है। बस, घर की जिम्मेदारियों और बातचीत में संतुलन बना रहना चाहिए। सेहत का ध्यान रखें। ब्लड प्रेशर से सम्बंधित समस्याएं हो सकती हैं।
बुध तीसरे भाव में सक्रिय रहेगा। यानी कम्युनिकेशन, छोटी यात्राएं और भाई-बहनों के रिश्ते। बातचीत, चर्चा या छोटे-मोटे काम बढ़ेंगे। अपनी जुबान पर थोड़ा काबू रखें, बहस या विवाद से दूर रहें। भाई-बहनों के साथ रिश्ते सुधरेंगे, छोटी-मोटी ट्रिप्स भी हो सकती हैं। स्वास्थ के नजरिए से पुरानी बीमारी फिर से उभर सकती है। माता -पीता के स्वास्थ का भी ख्याल रखें।
डिसक्लेमर:यह ज्योतिषीय आलेख पूरी तरह से सामान्य जानकारी, मनोरंजन और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। ज्योतिष, अंकशास्त्र, हस्तरेखा और वास्तु से संबंधित सभी भविष्यवाणियां और निष्कर्ष पारंपरिक ग्रंथों और प्रचलित मान्यताओं पर आधारित हैं।
Published on:
12 Nov 2025 03:11 pm
बड़ी खबरें
View Allधर्म/ज्योतिष
ट्रेंडिंग
