
ग्रहों के सेनापति मंगल 1 जुलाई को गोचर करेंगे।
Kundali Men Mangal Dosh: मंगल ग्रह जब कुंडली के पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में होता है तो मंगल दोष बनाता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार यह स्थिति दांपत्य जीवन के लिए ठीक नहीं होती। हालांकि इस बीच मंगल पर किसी ग्रह की शुभ दृष्टि पड़ती है तो इसका प्रभाव कुछ कम हो जाता है।
Mangal Dosh: ज्योतिषाचार्यों के अनुसार कुंडली में मंगल दोष, मंगल ग्रह से बनने वाला दोष है। इसे मांगलिक दोष भी कहते हैं, इसका विचार विवाह जैसे कार्यों में किया जाता है। जिस व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष (Mangal Dosh) होता है, उसे कर्ज और जमीन संबंधी मामलों में परेशानियों से जूझना पड़ता है। साथ ही रक्त संबंधी बीमारियां भी परेशान करती है।
मंगल दोष के ये हैं लक्षणः ज्योतिषाचार्यों के अनुसार मंगल दोष को इन लक्षणों से समझा जा सकता है।
1. जब लग्न में ये स्थिति होती है, तो जातक का स्वभाव अत्यधिक गुस्सैल और अहंकारी होता है।
2. चौथे भाव में मंगल भौतिक सुखों में कमी करता है, और पारिवारिक जीवन में कठिनाइयां लाता है।
3. मंगल के सप्तम भाव में होने से विवाह में दिक्कत आती है।
4. अष्टम भाव में मंगल के रहने पर विवाह सुख में कमी और ससुराल सुख में कमी आती है, यानी रिश्ते बिगड़ जाते हैं।
5. द्वादश भाव का मंगल वैवाहिक जीवन में कठिनाई, शारीरिक क्षमताओं में कमी, क्षीण आयु और रोग कलह को जन्म देता है।
मांगलिक दोष के उपाय (Mangal Dosh Ke Upay)
1. कुंडली में मंगल को मजबूत करने के लिए ऊँ भौमाय नमः और ऊँ अं अंगारकाय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए।
2. मंगलवार का व्रत रखें और हनुमान मंदिर में बूंदी का प्रसाद बांटें
3. मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा, या सुंदरकांड का पाठ करें। मंगलवार के दिन लाल कपड़े को पहनें।
4. हनुमान मंदिर में सिंदूर चढ़ाएं, जरूरतमंद लोगों को लाल मसूर या लाल वस्त्र दान करें।
5. मंगल दोष कम करने के लिए लाल मसूर की दाल, लाल वस्त्र, लाल गुलाल, दूध, दही, घी, शक्कर, शहद से पूजा करनी चाहिए।
Updated on:
11 Jan 2023 11:23 am
Published on:
11 Jan 2023 11:22 am
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