
june 2021 mars_effect_0n india
हिंदू पंचाग के अनुसार 13 अप्रैल 2021 से शुरु हुए नवसंवत्वर 2078 के राजा व मंत्री दोनों ही पराक्रम के कारक देवसेनापति मंगल हैं। वहीं जानकारों के अनुसार चीन को लेकर बढ़ रहे तनाव के बीच भारत की कुंडली में मंगल Mars Effects on india ने अब अपना प्रभाव दिखाना शुरु कर दिया है।
ज्योतिष के जानकार एके शुक्ला के अनुसार दरअसल नवसंवत्सर के शुरु में जहां मंगल अपने शत्रु ग्रहों की दृष्टि में रहने के चलते अपना पूर्ण असर नहीं दिखा पा रहा था, वहीं अब यह स्वतंत्र भारत INDIA की कुंडली के तृतीय भाव यानि पराक्रम भाव में विराजित हो चुका है और यहां 20 जुलाई, 2021 तक बना रहेगा।
02 जून 2021 को मंगल, चंद्र के आधिपत्य वाली कर्क राशि Mars rashi parivartan में आए। चंद्र व मंगल में सम भाव होने के कारण मंगल Mars यहां से अपना प्रभाव बिखेरने में सक्षम दिख रहे हैं। वहीं देश की कुंडली के पराक्रम भाव में देव सेनापति (पराक्रम के कारक देव) का ही होना किसी बड़े बदलाव का संकेत देता दिख रहा है।
इसके अलावा इस साल यानि 2021 की कुंडली में विष योग Vish Yog शनि व चंद्र के प्रभाव से बना हुआ है, ऐसे में मंगल ही शनि के साथ चंद्र की स्थिति में सामंजस्य का कार्य करने की स्थिति में हैं।
इनके मिल रहे हैं संकेत...
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार अब मंगल के चंद्र की राशि कर्क Mars Effects starts on india में आ जाने के कारण जून से जुलाई 2021 तक के संबध में माना जा रहा है कि जहां एक ओर देश इस समय अपने पराक्रम की स्थिति को लेकर काफी उच्च अवस्था में रह सकता है, वहीं इस समय भूकंप तो कहीं पर अतिवृष्टि की स्थिति के अलावा किसी महान व्यक्ति (जिसका कद अपने समाज में काफी ऊंचा होगा) के लोप होने की संभावनाएं भी बन रही हैं।
चूंकि मंगल की यह स्थिति 20 जुलाई, 2021 तक रहेगी अत: इन स्थितियों का निर्माण इस दिन तक कभी भी हो सकता है। वहीं इसके अलावा इस दौरान भारत किसी कारणवश अत्यंत क्रोध angry india में भी आ सकता है। साथ ही मंगल के प्रभाव के चलते ही कोरोना में भी कमी की स्थिति बनती दिख रही है।
वहीं 22 जून से 17 जुलाई के बीच दैत्यगुरु शुक्र भी कर्क राशि में रहेंगे, ऐसे में इस समय कुछ ज्यादा ही तनाव की स्थिति का निर्माण हो सकता है, जिसके बाद 17 जुलाई से 20 जुलाई के आसपास एक बार फिर स्थितियां कंट्रोल condetion in control में आती दिख रही हैं।
वहीं इस समय मंगल देश की कुंडली में चतुर्थ दृष्टि से रोग व शत्रु भाव को भी देख रहा है, ऐसे में देश विरोधी या आतंकवाद terrorism जैसी स्थिति को लेकर देश सख्त रहेगा। इसके अलावा इसकी सप्तम दृष्टि देश के भाग्य भाव पर है, जो शनि का घर है ऐसे में देश को कुछ कठिन व बड़े निर्णय लेने पड़ सकते हैं।
इसके साथ ही अष्टम दृष्टि के तहत यह भारत की कुंडली horoscope of india के कर्म भाव पर भी नजर बनाया हुआ है, जो देश को पराक्रम के कर्म की ओर ले जाती दिख रही है।
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कर्म भाव में दृष्टि होने के कारण इस समय भारतीय सेना Indian Army/ Force व पुलिस की खास कार्रवाई के संकेत देने के साथ ही यह उन्हें मजबूत बनाता भी दिख रहा है। कुल मिलाकर ये समय सेना व पुलिस को मुख्य स्थिति मे लाता दिख रहा है।
वहीं 20 जुलाई, 2021 को मंगल, सूर्य की राशि सिंह यानि अपने मित्र की राशि zodiac में प्रवेश कर जाएंगे। इस समय वह भारत के चतुर्थ भाव यानि सुख के भाव में रहेंगे।
ज्योतिष के जानकारों के अनुसार वैसे भी नवसंवत्सर के राजा और मंत्री मंगल Mars effects on India होने के कारण इस साल उनका प्रभाव विशेष रहेगा ही। ऐसे में मंगल के कारक श्री हनुमान जी होने के कारण 2021 का पूरा वर्ष हनुमान जी को समर्पित रहेगा ।
इसके चलते हनुमान जी की पूजा करने वालों के लिए यह समय विशेष रह सकता है। दरअसल मंगल जिसे देवसेनापति भी माना जाता है उसके कारक स्वयं हनुमान जी हैं ऐसे मे हनुमान जी की पूजा इस वर्ष खास रहेगी वहीं इस पूजा के चलते विष योग का प्रभाव भी कम होगा।
वहीं ज्योतिष के जानकार पंडित सुनील शर्मा के अनुसार वर्तमान में और आने वाले कुछ समय में ग्रहों की दशा और दिशा कुछ इस तरह बनती दिख रही है, जैसी आजादी के समय या शुरुआती समय में रही। ऐसे में इन नए समीकरणों को देखकर लगता है कि आजादी के दौरान हमें विदेशियों से आजादी तो मिली, लेकिन हमारे आसपास जो कुछ चीजें छूट गईं। ग्रहों की नई स्थिति पूर्व में जो गलतियां रह गईं थी उनमें पुन: सुधार करती दिख रही हैं, जो आगामी कुछ समय में अन्य ग्रहों के बदलाव के साथ ही होती हुई दिख सकती हैं।
Published on:
18 Jun 2021 09:26 pm
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