
Palmistry : These line make yoga to go to abroad in future, Lucky line: कहते हैं कि हाथों की चंद लकीरों में आपके पूरे भविष्य के राज छिपे होते हैं। यह लकीरें बता देती हैं कि हम एजुकेशन, कॅरियर, प्यार, शादी या फिर कुछ अलग हासिल कर पाएंगे या नहीं। आपकी ख्वाहिशें और सपने पूरे होंगे या नहीं सब कुछ कहने वाली इन रेखाओं से यह भी पता किया जा सकता है कि आप विदेश जाएंगे या नहीं, यदि जाएंगे तो क्यों या किस काम से तो अगर आप भी विदेश जाने का सपना देखते हैं, पर आपके मन में भी सवाल है कि यह सपना कभी पूरा होगा भी य नहीं, तो पत्रिका.कॉम के इस लेख को जरूर पढ़ लें। इस लेख में आप जानेंगे आपके हाथ की कौन सी रेखा बनाती है आपके विदेश जाने के योग...
ये होती हैं यात्रा रेखाएं
हथेली में जीवन रेखा और आयु रेखा से निकलने वाली रेखा को यात्रा रेखा कहते हैं। वहीं मणिबंध से ऊपर उठकर चंद्र पर्वत तक जाने वाली रेखा को भी यात्रा रेखा कहा जाता है।
आड़ी-तिरछी होती हैं विदेश यात्रा रेखाएं
हथेली में मौजूद चंद्र पर्वत से निकलने वाली आड़ी-तिरछी और खड़ी रेखाएं होती हैं। यही रेखाएं विदेश यात्रा की रेखाएं कहलाती हैं। यदि ये रेखाएं हों तो, माना जाता है कि व्यक्ति के जीवन में विदेश यात्रा के योग है। इसके अलावा अंगूठे के मूल से निकलकर जीवन रेखा में मिल जाने वाली रेखाओं को भी विदेश यात्रा रेखा कहा जाता है।
मणिबंध से निकलने वाली रेखा
यदि किसी व्यक्ति के मणिबंध (कलाई के जोड़ वाला स्थान) से निकलकर कोई रेखा मंगल पर्वत की ओर जाती है तो, ऐसे व्यक्ति की किस्मत में विशेष रूप से विदेश यात्रा के योग बनते हैं। हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक ऐसे व्यक्ति को समुद्री विदेश यात्रा करने का सुख मिलता है।
यह रेखा बनाती है यात्रा में प्रेम के योग
हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक यदि किसी व्यक्ति की हथेली में यात्रा रेखा चंद्र पर्वत से निकलकर हृदय रेखा में मिल जाती है, तो उस व्यक्तिके यात्रा के दौरान किसी से प्रेम होने का योग बनता है। ये व्यक्ति प्रेम के बंधन को विवाह तक भी पहुंचाते हैं। यहां लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि हृदय रेखा में मिलते वक्त यात्रा रेखा को कोई दूसरी नेखा न काटे।
तो शिक्षा के लिए जाते हैं विदेश
यदि किसी की हथेली में निर्दोष रेखा चंद्र पर्वत से निकलकर जीवन रेखा तक आती है, इसके बाद भाग्य रेखा से निकलकर शनि पर्वत पर पहुंचती है, तो यह भी बेहद शुभ योग माना जाता है। इसका अर्थ है कि व्यक्ति को उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने मौका मिलता है।
तो बनता है लंबी विदेश यात्रा का योग
यदि किसी व्यक्ति की हथेली पर चंद्र पर्वत से निकलने वाली कोई स्पष्ट रेखा जीवन रेखा को बीच से काटती हुई, उसके समानांतर मंगल पर्वत पर पहुंचे, तो ऐसे लोगों के जीवन में लंबी विदेश यात्रा का योग बनता है। कहने का अर्थ यह है कि यह व्यक्ति कई वर्षों तक विदेश में ही बसते हैं।
Updated on:
13 Mar 2023 12:59 pm
Published on:
13 Mar 2023 12:58 pm
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