
Protect Car from Heat in Summer: गर्मी में कार को धूप और हीट से कैसे बचाएं, जानिए असरदार उपाय!
Protect Car from Heat in Summer: इस समय देश के ज्यादातर हिस्सों में भयंकर गर्मी पड़ रही है। इस चिलचिलाती धूप में हर कार मालिक को अपनी कार को इससे बचाना बेहद जरूरी हो जाता है। खासकर भारत जैसे देश में जहां मई-जून के महीने में तापमान 45 से 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है वहां कार की सही देखभाल न हो तो कई परेशानियां सामने आ सकती हैं। तेज गर्मी सिर्फ इंसानों के लिए ही मुश्किल नहीं बल्कि कारों के लिए भी एक बड़ा खतरा बन जाती है। इसलिए आज हम आपको 5 जरूरी केयर टिप्स के बारे में बताने वाले हैं जिससे आप अपनी कार को गर्मी से होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं और उसकी लाइफ लंबी कर सकते हैं।
गर्मी में कार का एयर कंडीशनर (Car AC During Summer) सबसे ज्यादा काम करता है और अगर यह सही से काम न करे तो ड्राइविंग में मुसीबतें का सामना करना पड़ सकता है खासकर सफर लंबा हो तो कुछ ज्यादा ही परेशान हो सकते हैं। कार AC के कूलिंग सिस्टम में कभी-कभी खराबी जैसे ठंडक कम होना अजीब गंध आना या कंप्रेसर का सही काम न करना जैसी समस्याएं आ जाती हैं। इसलिए AC की जांच करवा करवाना जरूरी है। साथ ही AC के रेफ्रिजरेंट की जांच भी जरूरी है। ध्यान रखें कि अगर आपकी कार तेज धूप में खड़ी रहती है तो अंदर का तापमान 60 डिग्री तक भी पहुंच सकता है इसलिए AC का सही काम करना बेहद जरूरी है।
गर्मी में हवा तेजी से फैलती है और इसका असर सीधे आपके टायरों पर पड़ता है। जब आप गर्म सड़क पर चलते हैं तब टायर का तापमान भी बढ़ जाता है जिससे अंदर की हवा और ज्यादा फैलती है और प्रेशर बढ़ जाता है। अगर टायर पुराने या कमजोर हैं तो यह स्थिति टायर फटने का कारण बन सकती है जो बेहद खतरनाक होता है। इसलिए गर्मियों में अपने टायर के प्रेशर को नियमित जांचें और मेंटेन करना जरूरी है। कार के टायर में नाइट्रोजन एयर ही भरवाएं क्योंकि नाइट्रोजन हवा गर्मी में कम फैलती है और टायर के प्रेशर को स्थिर रखती है। सही टायर प्रेशर मेंटेन गाइड के लिए यहां क्लिक कर पढ़ सकते हैं।
इंजन को सही तापमान पर चलाने के लिए कूलेंट बहुत जरूरी होता है। कूलेंट इंजन को ओवरहीट होने से बचाता है। गर्मियों में जब तापमान बहुत बढ़ जाता है तो इंजन ज्यादा गर्म होता है और कूलेंट की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। इसलिए हफ्ते में कम से कम एक बार अपनी कार का बोनट खोलकर कूलेंट के लेवल की जांच करें। अगर कूलेंट कम हो तो उसे डिस्टिल्ड पानी या उचित कूलेंट से भरें। इससे आपका इंजन सही तापमान पर काम करेगा और ओवरहीटिंग की समस्या नहीं होगी।
जिस तरह से हमारी त्वचा को सूरज की तेज किरणों से बचाने के लिए सनस्क्रीन लगाना जरूरी है वैसे ही कार की बॉडी को सूरज से बचाने के लिए वैक्स पोलिश करना जरूरी होता है। वैक्स पोलिश कार की पेंट को UV किरणों से बचाता है जिससे कार की पेंटिंग चमकदार बनी रहती है। साथ ही यह कार के मेटल पार्ट्स को भी सूरज की गर्मी से खराब होने से बचाता है। गर्मी के कारण कार के प्लास्टिक वाले हिस्से जैसे बम्पर और क्लैडिंग जल्दी फीके और खराब हो सकते हैं इसलिए इन पर भी समय-समय पर प्लास्टिक पोलिश का इस्तेमाल किया जा सकता है।
गर्मियों में अगर आपकी कार ज्यादा समय तक बाहर खड़ी रहती है तो इसे सूरज की तेज किरणों से बचाने के लिए कार कवर लगाना बहुत अच्छा विकल्प है। कार कवर कार की पेंटिंग और मेटल को सूरज की हानिकारक UV किरणों से बचाता है। अगर कार कवर नहीं लगा सकते तो विंडशील्ड और खिड़कियों पर सनशेड लगाएं ताकि अंदर का तापमान कम रहे। ड्राइविंग के दौरान विंडो टिंटिंग कराना भी अच्छा विकल्प है लेकिन ध्यान रखें कि भारत के मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार टिंटिंग की लीगल गाइडलाइन का पालन जरूर करें। फ्रंट और रियर विंडशील्ड पर कम से कम 70% विजुअल लाइट ट्रांसमिशन (VLT) होनी चाहिए और साइड विंडोज पर कम से कम 50% होना ही चाहिए।
Updated on:
19 May 2025 05:49 pm
Published on:
19 May 2025 12:04 pm
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