
GST on Transport
साल 2022 की शुरुआत के साथ कंज्यूमर गुड्स पर कर की दरों और वस्तु एवं सेवा कर (GST) के भुगतान में बदलाव होने जा रहा है। टैक्स के इस बोझ के तले ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर जाने से लेकर उपभोक्ता सामान जैसे जूते, कपड़े और कपड़ा और अधिक महंगा हो रहा है। जिसके साथ ही ट्रांसपोर्ट के साधनो पर भी जीएसटी का असर देखने को मिलेगा।
ओला, उबर की सवारी होंगी महंगी
ओला और उबर जैसे ऐप एग्रीगेटर्स के जरिए बुक की गई ऑटो रिक्शा की सवारी भी नए साल से महंगी होने वाली है। आपको याद होगा कि केंद्र सरकार ने घोषणा की थी कि वह मौजूदा छूट को समाप्त करते हुए 1 जनवरी से ऑनलाइन बुक की गई ऑटो सवारी पर 5% जीएसटी लगाएगी। हालांकि सड़कों से ली जाने वाली ऑटो की सवारी जीएसटी फ्री रहेगी।
इस विषय पर कैब सर्विस उबर के एक प्रवक्ता ने कहा कि "कंपनी ने राजस्व एकत्र करने की आवश्यकता की सराहना की है, उसने सरकार से इस कर पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया, जो अंत में ऑटो चालकों की कमाई के साथ-साथ सरकार के डिजिटलीकरण एजेंडे को प्रभावित करेगा।"
इलेक्ट्रिक वाहनों पर स्विच होंगे कैब एग्रीगेटर्स
बता दें, दिल्ली सरकार ने ई-कॉमर्स कंपनियों, फूड डिलीवरी सर्विस और कैब एग्रीगेटर्स को पूरी तरह से इलेक्ट्रिक वाहनों और पेट्रोल पंपों को प्रदूषण-अंडर-चेक (पीयूसी) प्रमाण पत्र के बिना वाहनों को ईंधन नहीं देने के लिए कहा है। वहीं सरकार वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए भी सरकार दो बड़े कदम उठाने जा रही है, जिसमें जोमैटो, स्विगी, ओला, उबर आदि सभी एग्रीगेटर्स से पूरी तरह से इलेक्ट्रिक वाहनों पर स्विच करने के लिए कहा जाएगा।
Updated on:
27 Dec 2021 08:43 pm
Published on:
27 Dec 2021 08:08 pm
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