
Car Safety Rating
Car Safety Rating: भारतीय स्टैंडर्ड के आधार पर चार पहिया वाहनों के क्रैश परीक्षण के लिए चलाए जा रहे भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम का प्रत्येक तीन महीने में जायजा लिया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है। इस प्रोग्राम को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक स्थायी कमेटी और दो अस्थायी कमेटी बनाई जाएगी।
कारों की क्वालिटी और परफार्मेंस पर दी जाएगी रेटिंग
आपको बता दें कि भारत एनसीएपी भी गाड़ियों को फाइव स्टार रेटिंग के स्केल पर कैश रेटिंग देगी। यह रेटिंग कारों की परफॉर्मेंस और क्वालिटी के आधार पर दी जाएगी। जिसमें फाइव स्टार हाईएस्ट रेटिंग होगी। बीएनसीएपी द्वारा टेस्ट की गई कारें या तो कार कंपनियों द्वारा स्वेच्छा से उन्हें भेजी जाएंगी या कार का टेस्ट 'सार्वजनिक सुरक्षा के हित में' माना जाता है तो परीक्षण प्राधिकरण द्वारा शोरूम से भी लिया जा सकता है। केंद्र सरकार द्वारा बनाई जाने वाली शीर्ष समिति द्वारा अनुमोदित होने के बाद ये सेफ्टी रेटिंग बीएनसीएपी वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी।
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टेस्टिंग की निगरानी के लिए बनाई जाएगी कमेटी
इस टेस्टिंग प्रोग्राम का उद्देश्य कार बनाने वाली कंपनियों के कारों की टेस्टिंग प्रक्रिया निर्धारित करना है। इस टेस्टिंग प्रोग्राम की निगरानी के लिए एक स्थाई और दो अस्थाई कमेटी बनाई जाएगी, जो प्रत्येक तिमाही इसकी समीक्षा करेगी। इसमें चार अन्य सदस्य भी शामिल होंगे, जिनमें ग्लोबल एनकैप के प्रतिनिधि और सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ रोड ट्रांसपोर्ट के निदेशक भी शामिल हैं।
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Updated on:
06 Jul 2023 03:56 pm
Published on:
06 Jul 2023 03:55 pm
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