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Ayodhya Land Dispute: ट्रस्ट पर आरोपों से संत व्यथित, कहा- भगवान राम अबोध बालक, धोखाधड़ी की हो जांच

Ayodhya Land Dispute पर बोले अयोध्या के संत- राममंदिर निर्माण अनुष्ठान, विघ्न डालने वाले असुर हमेशा से मौजूद

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Ayodhya Land Dispute: ट्रस्ट पर आरोपों से संत व्यथित, कहा- भगवान राम अबोध बालक, धोखाधड़ी की हो जांच

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
अयोध्या. Ayodhya Land Dispute- अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण के लिए खरीदी गई जमीन में कथित घपले आरोपों से संत समाज व्यथित है। संतों का कहना है कि इससे भगवान राम के आस्थावानों की निष्ठा पर सवाल उठ रहे हैं। संतों का एक वर्ग कह रहा है कि भगवान राम अबोध बालक हैं। उनकी जन्मभूमि के साथ धोखाधड़ी की जांच होनी चाहिए। वहीं संतों का दूसरा वर्ग जमीन खरीद में किसी भी धांधली इनकार करते हुए कहा है कि राममंदिर एक अनुष्ठान है। और किसी भी अनुष्ठान में आदिकाल से ही विघ्न डालने वाले असुर मौजूद थे। आज भी जो आरोप लगा रहे हैं वे असुर श्रेणी के ही लोग हैं। जानते हैं क्या कह रहा है संत समाज-

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सभी को घपले पर उठानी चाहिए आवाज
जमीन घपले को लेकर राजनीतिक दलों के अलावा अब संत समाज भी मुखर हो गया है। संतों का कहना है सभी को मिलकर आवाज उठानी चाहिए-

अखाड़ा परिषद
रविवार को अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष महंत ज्ञान दास महाराज की अध्यक्षता में हुई बैठक में करीब 150 संतों ने भाग लिया। राम मंदिर के पूर्व पक्षकार व निर्वाणी अखाड़ा के महंत धर्म दास ने ट्रस्ट को भंग करने की मांग की।

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रघुवंश संकल्प सेवा ट्रस्ट
रघुवंश संकल्प सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी दिलीप दास ने कहा, भगवान राम अबोध बालक हैं। उनकी जन्मभूमि के साथ धोखाधड़ी हो रही है। इस मामले में सभी को अपनी आवाज उठानी होगी।

दिगंबर अनी अखाड़ा
दिगंबर अनी अखाड़े के सुरेश दास महाराज ने कहा ट्रस्ट 2 रुपए का सामान 25 रुपए में खरीद कर दलाली खा रहा है। इसकी जांच होनी चाहिए। ताकि राम मंदिर निर्माण में जमीन खरीद का विवाद जल्द खत्म हो।

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रसिक पीठाधीश्वर
रसिक पीठाधीश्वर जनमेजय शरण महाराज ने कहा-श्रीराम के अस्तित्व से शुरू हुई व्यवस्था का जो राजनीतिक पार्टियां श्रेय ले रही हैं, उनके भ्रष्टाचार का खुलासा करना होगा। पारदर्शिता के लिए यह जरूरी है।

शारदा व द्वारिका पीठाधीश्वर
श्रीरामजन्मभूमि परिसर के लिए प्राचीन मंदिरों की खरीद-बिक्री में घपले को लेकर शारदा व द्वारिका पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के उत्तराधिकारी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने जांच की मांग की है।

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कहीं कुछ भी गलत और अवैधानिक कार्य नहीं
संतों का एक वर्ग इस जमीन में किसी भी तरह के घपले-घोटाले का इनकार किया है। संतों का कहना है कि कहीं कुछ गड़बड़ नहीं है-

श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अध्यक्ष
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास के उत्तराधिकारी महंत कमल नयन दास ने कहा-ट्रस्ट का कार्य केंद्र व प्रदेश सरकार की निगरानी में हो रहा है। यहां कुछ भी अवैधानिक नहीं हो सकता।

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हरिगोपाल धाम पीठाधीश्वर
हरिगोपाल धाम पीठाधीश्वर जगदगुरु रामदिनेशाचार्य महाराज ने कहा-ट्रस्ट के खिलाफ भ्रम फैलाकर पूरे हिंदू समाज में अनास्था पैदा करने की कोशिश हो रही है। इस पर लगाम बहुत जरूरी है।

रामवल्लभा कुंज
रामवल्लभा कुंज के अधिकारी राजकुमार दास ने कहा-जमीन विवाद में जिस प्रकार का आक्षेप किया गया वह हिन्दू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है। ये वे लोग है जिन्होंने निहत्थे कारसेवकों पर गोलियां चलवाईं।

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निर्मोही अखाड़ा
निर्मोही अखाड़ा के महंत व रामजन्मभूमि ट्रस्ट के न्यासी महंत दिनेन्द्र दास ने कहा- मंदिर निर्माण में बाधा डालने वाले आजादी के बाद से ही सक्रिय हैं आगे भी रहेंगे। अफवाह फैलाने का काम भी यही लोग कर रहे हैं।

वैष्णव अखाड़ा
वैष्णव अखाड़ा के राष्ट्रीय प्रवक्ता महंत गौरीशंकर दास बोले-मंदिर निर्माण विरोधियों को अखर रहा है। मंदिर निर्माण एक महाअनुष्ठान है। अनुष्ठान में विघ्न डालने का काम हमेशा से असुर करते रहे हैं। ये वही लोग हैं।

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