
अखिलेश यादव और योगी आदित्यनाथ
आजमगढ़. समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने शनिवार को योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता मंहगाई से बेहाल है। पेट्रोल और डीजल का मूल्य सौ रूपया प्रति लीटर होने के करीब है। दिन दहाड़े, महिलाओं का अपहरण और चीर हरण आम हो गया है, ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेतुके और स्तरहीन बयान देकर जनता का ध्यान अपनी करतूतों से हटाना चाहते हैं।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को औरंगजेब की संज्ञा देने से नाराज हवलदार यादव ने कहा कि योगी जी को औरंगजेब की शासन व्यवस्था का अध्ययन करना चाहिए और तब टिप्पणी करनी चाहिए। भाजपा के लोग धर्म और जाति के आधार पर समाज में घृणा का वातावरण बनाकर जनता को गुमराह करना चाहते हैं, लेकिन किसान, नौजवान, व्यापारी, महिलायें और शोषित-पीड़ित जनता इनके मंसूबे जान चुकी है।
श्री यादव ने कहा शिक्षा और परीक्षा में सुचिता और पारदर्शिता का दावा करने वाले मुख्यमंत्री योगी के राज में जिसने शिक्षक भर्ती परीक्षा नहीं दिया और जिसने 2 या 3 नम्बर भी पाया वह भी इनके आशीर्वाद से अध्यापक हो रहा है। मुख्यमंत्री केवल बड़बोले हैं और प्रशासन पर इनकी कोई पकड़ नहीं है। अराजकता के माहौल में जनता कराह रही है। सपा कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों का पर्दाफाश करें।
बताते चलें कि जैसे-जैसे 2019 का लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे यूपी का सियासी पारा और चढ़ता जा रहा है। सपा और बसपा के संभावित गठबंधन को लेकर बीजेपी भी बेचैन है। इस पर एससी एसटी एक्ट को लेकर सवर्णों की नाराजगी भाजपा को और परेशान कर रही है। सवर्ण बीजेपी का वोटबैंक माना जाता रहा है। पर 2014 का लोकसभा और 2017 का विधानसभा चुनाव बीजेपी ने जिस बम्पर तरीके से जीता उसमें दलित वोटों का बड़ा रोल रहा है।
By Ran Vijay Singh
Published on:
08 Sept 2018 07:13 pm
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