बड़वानी के सेंधवा में रहने वाले है डॉक्टर
बड़वानी जिले के सेंधवा निवासी जगदीश पाटील, अरविंद कुशवाह ने बताया कि केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra) के दौरान एक बुजुर्ग बेहोश हो गए। उनके परिजन परेशान दिखे तो हमारे साथ मित्र डॉ. अनिल मोरे को पूरा मामला बताया। डॉ मोरे ने समय पर बुजुर्ग व्यक्ति की कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) दिया, जिससे उन्हें होश आया और जान बची। इसके बाद बुजुर्ग की शासकीय चिकित्सालय ले जाया गया और बाद में हेलीकॉप्टर से बड़े हॉस्पिटल शिट किया गया। पूरे मामले से जुड़ा वीडियो शनिवार को दिनभर लोगों में चर्चा का विषय बना रहा। जानकारों ने बताया कि समय पर प्राथमिक उपचार मिलने से बुजुर्ग की जान बच गई।
क्या होता है सीपीआर
कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) एक आपातकालीन उपचार है जो तब किया जाता है जब किसी की सांस या दिल की धडकन रुक जाती है। उदाहरण के लिए जब किसी को दिल का दौरा पड़ता है या वह डूब जाता है। सीपीआर किसी की जान बचाने में मदद कर सकता है। केदारनाथ यात्रा के दौरान ऑक्सीजन की कमी बुजुर्गों के लिए जानलेवा साबित होती है।