scriptUP के इस स्थान से 177 मानव कंकाल आैर सोने के आभूषण मिलने के बाद बड़े स्तर पर शुरू हुर्इ खुदार्इ | excavation continues in sinauli village of Baghpat | Patrika News

UP के इस स्थान से 177 मानव कंकाल आैर सोने के आभूषण मिलने के बाद बड़े स्तर पर शुरू हुर्इ खुदार्इ

locationबागपतPublished: Jan 19, 2019 12:57:38 pm

Submitted by:

lokesh verma

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण उत्खनन शाखा द्वितीय एवं भारतीय पुरातत्व संस्थान लाल किला दिल्ली की संयुक्त टीम ने शुरू किया उत्खनन कार्य

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UP के इस स्थान से 177 मानव कंकाल आैर सोने के आभूषण मिलने के बाद बड़े स्तर पर शुरू हुर्इ खुदार्इ

बागपत. बागपत का सिनौली गांव एक बार फिर सुखियों में है। महाभारत का इतिहास यहां की मिटटी के कण-कण में दफन है, जिसको बाहर लाने के लिए यहां दूसरी बार खुदाई का कार्य शुरू कर दिया गया है। इस खुदाई कार्य के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण उत्खनन शाखा द्वितीय एवं भारतीय पुरातत्व संस्थान लाल किला दिल्ली की संयुक्त टीम लगी हुई है। बता दें कि 2005 में सिनौली में वरिष्ठ पुरातत्वविद डॉ. डीवी शर्मा के निर्देशन में प्रथम चरण की खुदाई के दौरान यहां 177 मानव कंकाल, सोने के कंगन, मनके, तलवार के साथ-साथ एक विशाल शवाधान की पुष्टि हुई थी।
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अब दूसरे चरण की खुदार्इ में पुरावशेषों को तलाशने के साथ-साथ मानव बस्ती को तलाशने का काम भी पुरातत्व विभाग ने शुरू कर दिया है। पुरातत्वविदों के साथ पुरातत्व विज्ञान के 15 शोधार्थियों की टीम भी उत्खनन कार्य में लगी है। वहीं शोधार्थियों की एक टीम सिनौली गांव का भ्रमण भी कर रही है, ताकि और संभावनाआें को तलाशा जा सके। शोधकर्ता खुदाई में पुरावशेषों को तलाशने के साथ-साथ मानव बस्ती को तलाशने का भी प्रयास कर रहे हैं, क्योंकि जून 2018 में पुरातत्वविदों ने जिस स्थान पर रथ, ताबूत एवं अन्य दुर्लभ पुरावशेष प्राप्त किए थे। उसी को आधार मानकर अभी और भी बहुत कुछ यहां मिलने की संभावना जतार्इ जा रही है। इसको दृष्टिगत रखते हुए उत्खनन करने वाली टीम ने उसी स्थान पर ट्रेंच लगाए हैं।
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पुरातत्वविदों ने यहां अपने तंबू लगा रखे हैं और पोएट्री यार्ड भी बनाया गया है। उत्खनन से मिलने वाली दुर्लभ पुरासामग्री को इस पोएट्री यार्ड में सुरक्षित रखा जाएगा। सिनौली में खुदाई को देखने के लिए ग्रामीणों के साथ दूर-दराज से भी लोग पहुंच रहे हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि जल्द ही यहां पर कुछ और इतिहास का रहस्या निकलने वाला है।

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