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बड़ी खबर! एमपी में एक और घोटाला…5 करोड़ से ज्यादा का धान स्टॉक गायब, FIR दर्ज

Custom milling scam Balaghat: धान की मिलिंग कर चावल शासन को उपलब्ध कराना था, मौके पर धान ही नहीं मिली, तीन मिलर्स पर दर्ज की गई FIR...

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custom paddy milling Scam Balaghat MP

custom paddy milling Scam Balaghat MP: मध्य प्रदेश में अब सामने आ रहा धान का बड़ा घोटाला, 5 करोड़ रुपए से ज्यादा का धान स्टॉक गायब। लालबर्रा में जांच करते अधिकारी और कर्मचारी। (फोटो: पत्रिका)

Custom milling scam Balaghat MP: मध्यप्रदेश में धान का कटोरा कहे जाने वाले बालाघाट जिले में धान घोटाला सामने आया है। कस्टम मिलिंग के लिए शासन से अनुबंधित तीन राइस मिलर्स ने 23,808 क्विंटल धान का स्टॉक ही गायब कर दिया। मिलर्स ने शासन को चावल देने के बजाय धान गायब कर दी। कीमत पांच करोड़ 47 लाख 58 हजार 331 रुपए बताई जा रही है। तीनों मिलर्स के खिलाफ थाना खैरलांजी, बहेला और कोतवाली में एफआइआर दर्ज की गई है।

जानकारी के अनुसार खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान की कस्टम मिलिंग के लिए अनुबंधित राइस मिलर्स को तय अनुपात में मिलिंग कर चावल शासन को देना था। मिलर्स चावल उपलब्ध नहीं कराया। कलेक्टर मृणाल मीना ने शिकायत के बाद अपर कलेक्टर जीएस धुर्वे के नेतृत्व में टीम बनाई।

जानिए किसके खिलाफ कहां केस

जिला आपूर्ति अधिकारी आरके ठाकुर ने बताया कि तीनों मिलर्स के खिलाफ अलग- अलग थानों में एफआइआर दर्ज कराई गई है। श्रीमातारानी राइस मिल के प्रोप्राइटर विवेक मिश्रा के खिलाफ कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी अश्विनी देशमुख ने खैरलांजी में, मां पूर्णा राइस मिल के प्रोप्राइटर विवेक मस्करे के खिलाफ थाना बहेला में और मां कमला देवी राइस मिल के प्रोप्राइटर सुधीर तिवारी व प्रतिनिधि विशाल गंगवानी के खिलाफ कोतवाली में एफआइआर कराई गई।

पहले था जुर्माना

बालाघाट में अनुबंधित राइस मिलर्स के यहां धान सत्यापन के समय प्रतिवर्ष औसतन करीब 20-25 राइस मिलर्स के यहां धान का शार्टेज मिलता था। बीते वर्ष यह संख्या करीब 35 थी। पूर्व में जुर्माना लगाकर छोड़ दिया जाता था। एफआइआर पहली बार हुई है।

जबलपुर जिले में यह हुआ

-- अप्रेल 2025: 47 करोड़ का अंतर जिला धान मिलिंग घोटाला सामने आया था। 17 मिलर्स ने 1.31 लाख क्विंटल धान अपने जिलों में ले जाने की जगह रास्ते में गायब कर दिया था। अधिकारी, कर्मचारी, ऑपरेटर और मिलर्स सहित 74 पर प्रकरण दर्ज है। टोल नाकों पर जब वाहनों की आवाजाही की जांच की गई तो 97.44 वाहनों के ट्रिप फर्जी पाए गए थे।

- जुलाई 2025: 33 करोड़ का जिला स्तरीय धान के परिवहन और मिलिंग घोटाले (Custom milling scam) का खुलासा हुआ। प्रशासन ने 28 के खिलाफ 10 जुलाई को एफआइआर दर्ज कराई। 16 राइस मिलर्स और नागरिक आपूर्ति निगम और सहकारी समिति और उर्पाजन से जुडे अधिकारी-कर्मचारी शामिल थे।

- जनवरी 2024: खरीदी नियमों का उल्लंघन कर अवैध तरीके से गोदाम में जमा धान के मामले मेंमप्र वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन ने जबलपुर के रीजनल मैनेजर डीके हवलदार को सस्पेंड कर दिया। पाटन, सिहोरा, रिछाई और शहपुरा के शाखा प्रबंधकों को भी निलंबित किया गया। 42 में से 36 गोदाम ब्लैक लिस्टेड किए गए।

यहां नहीं मिला स्टॉक (Paddy Stock Missing)

खैरलांजी स्थित श्रीमातारानी राइस मिल लगभग एक करोड़ 49 लाख 22 हजार 331 का 6488 क्विंटल धान।

लांजी स्थित मां पूर्णा राइस मिल एक करोड़ 29 लाख 46 हजार 700 का 5629 क्विंटल धान।

लालबर्रा स्थित मां कमला देवी राइस मिल, गर्रा दो करोड़ 68 लाख 89 हजार 300 रुपए के 11691 क्विंटल धान।


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