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11 माह में 40 बिस्तर का सुविधायुक्त नेत्र अस्पताल बनकर होगा तैयार, एक करोड़ की लागत

balod Health News स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पताल परिसर में सर्वसुविधायुक्त 40 बिस्तर का नेत्र अस्पताल बनाने का काम शुरू कर दिया है। अस्पताल राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्प दृष्टि कार्यक्रम के तहत बनाया जाएगा। नए साल 2024 में सर्वसुविधायुक्त नेत्र अस्पताल की सुविधा मिलेगी।

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2024 में मिलेगी सौगात: भूमिपूजन के बाद निर्माण शुरू, सीजीएमएससी बनाएगा अस्पताल

नेत्र अस्पताल के लिए भूमिपूजन के बाद निर्माण शुरू

बालोद. जिलेवासियों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक और सौगात मिलने जा रही है। नए साल 2024 में सर्वसुविधायुक्त नेत्र अस्पताल की सुविधा मिलेगी। स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पताल परिसर में सर्वसुविधायुक्त 40 बिस्तर का नेत्र अस्पताल बनाने का काम शुरू कर दिया है। अस्पताल राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्प दृष्टि कार्यक्रम के तहत बनाया जाएगा। इसके तहत भूमिपूजन कर नेत्र अस्पताल का निर्माण शुरू किया गया। अब 11 माह में नेत्र अस्पताल बनकर तैयार हो जाएगा।

कुछ वर्षों से चल रही थी मांग
जिलेवासियों को नेत्र अस्पताल का लाभ मिलने लगेगा। वर्तमान में आंख संबंधित रोगों के इलाज के लिए पर्याप्त उपकरण जिला अस्पताल में नहीं है। बेहतर इलाज के लिए दूसरे जिले में जाना पड़ता है। इसके लिए शासन ने एक करोड़ स्वीकृत किए हैं। नेत्र अस्पताल की मांग कुछ वर्षों से चल रही थी। इस बार फिर स्वास्थ्य विभाग ने शासन को पत्र लिखकर मांग की थी, जिस पर शासन ने स्वीकृति दी।

75 लाख का भवन, 25 लाख से होगी फर्नीचर खरीदी
इस 20 बिस्तर नेत्र अस्पताल के निर्माण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जगह का चयन कर लिया है। यह जिला अस्पताल परिसर में ही बनेगा। शासन ने अस्पताल भवन बनाने कुल 75 लाख स्वीकृत किए हैं। 25 लाख से फर्नीचर की खरीदी होगी। कुल एक करोड़ खर्च होंगे। अस्पताल को सीजीएमएससी बनाएगा।

नेत्र अस्पताल में होंगी सारी सुविधाएं
जिला अस्पताल में रोजाना नेत्र रोग की जांच कराने मरीज आ रहे हैं, लेकिन एक ही ऑपरेशन कक्ष में होता है। इस कक्ष में सभी प्रकार के ऑपरेशन होते हैं। कई बार किसी कारणवश ऑपरेशन थिएटर के अंदर संक्रमण हो जाए तो उसे बंद कर दिया जाता है। अलग से नेत्र ऑपरेशन कक्ष होने मरीजों को भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

जिले में बढ़ रहे है मोतियाबिंद के मरीज
जिले में हर साल मोतियाबिंद के मरीज मिल रहे हंै। मोतियाबिंद जांच व ऑपरेशन के लिए जिला अस्पताल भी आ रहे हैं। चिकित्सक मोतियाबिंद के मरीजों का समय पर इलाज भी कर रहे हैं। सिर्फ नेत्र अस्पताल होने पर वहां इलाज के साथ दवाई मिलती है। वर्तमान सत्र में मोतियाबिंद के लगभग 1500 मरीजों का ऑपरेशन किया गया।
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सीमित लोगों का होता है नेत्र ऑपरेशन
जिले में नेत्र ऑपरेशन की सुविधाएं है। यहां एक ही ऑपरेशन थियेटर होने के कारण सीमित लोगों का ही नेत्र ऑपरेशन होता है। कई ऐसे मरीज हैं, जो पड़ोसी जिले के नेत्र अस्पतालों में जाकर का इलाज व ऑपरेशन करा रहे हैं। सहायक नेत्र अधिकारी अनिल कुमार सिन्हा ने बताया कि सर्वसुविधायुक्त नेत्रालय की सुविधा जल्द मिलेगी।

नेत्र अस्पताल का निर्माण शुरू हो गया है
सीजीएमएससी विभाग के जिला प्रभारी एसआर देहारी ने कहा कि 40 बिस्तर नेत्र अस्पताल का निर्माण शुरू हो गया है। 11 माह में अस्पताल को सर्वसुविधायुक्त बनाया जाएगा। नेत्र अस्पताल बनने से नेत्र संबंधित रोगों का इलाज होगा।