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बस स्टैंड पर अवैध कब्जे, यात्रियों के बैठने की जगह खड़ी कर रहे गाड़ी

बालोद जिला मुख्यालय का बस स्टैंड इन दिनों अव्यवस्थित है। नगर पालिका में कई अध्यक्ष व अधिकारी बदले लेकिन नगर पालिका बस स्टैंड को व्यवस्थित ही नहीं कर सकी। यहां कब्जा ही जमाया जा रहा है।

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बालोद जिला मुख्यालय का बस स्टैंड इन दिनों अव्यवस्थित है। नगर पालिका में कई अध्यक्ष व अधिकारी बदले लेकिन नगर पालिका बस स्टैंड को व्यवस्थित ही नहीं कर सकी। यहां कब्जा ही जमाया जा रहा है।

Illegal occupation बालोद जिला मुख्यालय का बस स्टैंड इन दिनों अव्यवस्थित है। नगर पालिका में कई अध्यक्ष व अधिकारी बदले लेकिन नगर पालिका बस स्टैंड को व्यवस्थित ही नहीं कर सकी। यहां कब्जा ही जमाया जा रहा है। चारों ओर अवैध कब्जा ही है। त्यौहारी सीजन के समय तो यात्रियों को बैठने के लिए जगह नहीं मिलती। दुकानें भी अव्यवस्थित तरीके से लगाई जा रही हैं। हालांकि यहां पुलिस विभाग ने जरूर पुलिस सहायता केंद्र खोलकर यात्रियों को राहत दी है पर पालिका बस स्टैंड को व्यवस्थित नहीं कर पाई है।

जहां यात्री के लिए जगह, वहां रख रहे हैं वाहन

बस स्टैंड को पहले व्यवस्थित करने प्रयास जरूर किया गया था। बकायदा चिन्हांकन भी किया गया लेकिन यह सिर्फ कुछ दिन तक ही चला फिर स्थिति जस की तस हो गई। यहां तो स्थिति यह है कि जहां यात्रियों को बैठना चाहिए, वहां तो लोग अंदर में मोटरसाइकिल रख रहे हैं।

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लाखों रुपए खर्च कर लगाई गई 10 टीवी, दो ही चालू, बाकी ढाई साल से बंद

यहां सरकारी विज्ञापन के लिए तीन साल पहले लाखों रुपए खर्च कर 10 एलईडी टीवी लगाई गईं लेकिन इनमें से 8 टेलीविजन ढाई साल से बंद हैं। वहीं अब यहां फिर पांच डिस्प्ले लगाया जा रहा है।

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बेवजह बसों को करा रहे पार्किंग

बस स्टैंड में कई बसें ऐसी हैं, जो कई महीनों से सड़कों पर नहीं दौड़ रही है। लेकिन फिर भी बेवजह बस स्टैंड में पार्किंग कराई गई है। इससे सेलून दुकान संचालकों को काफी परेशानी हो रही है। बीते माह ही सेलून संघ ने भी बेवजह खड़ी बसों को हटाने की मांग की थी। क्योंकि बसों को रखने के कारण सेलून दुकानें लोगों को दिखाई नहीं देतीं। जबकि बस स्टैंड में लगभग 10 सेलून दुकान हैं।

मातृ शिशु कक्ष व पालना टूटा

नगर पालिका द्वारा बस स्टैंड में यात्रा कर बस स्टैंड पर रूकने वाली शिशुवति माताओं के लिए अपने नवजात बच्चों को स्तनपान कराने के लिए अलग से कक्ष बनाए गए हैं। यहां कुर्सी व पंखे लगाए गए थे लेकिन कुछ दिन में ही यह सब उजड़ गया। अब यहां कैरेट, कुर्सी रखने का स्थान बना दिया है। यही नहीं छोटे बच्चों के लिए पालना भी लगाया गया था वे भी टूट-फूट गए हैं।

बस स्टेंड में नहीं है सीसीटीवी कैमरे

जिला मुख्यालय का बस स्टैंड काफ़ी व्यस्तम बस स्टैंड है। यहां बड़ी संख्या में यात्री आते हैं। लेकिन बस स्टैंड की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे तो लगाए गए हैं लेकिन विगत साल से बंद हैं। हालांकि यहां पुलिस सहायता केंद्र जरूर बनाया गया है लेकिन तीसरी आंख यानी सीसीटीवी कैमरे को चालू कराना बहुत जरुरी है।

निरीक्षण कर करेंगे व्यवस्थित

मामले में नगर पालिका सीएमओ सौरभ शर्मा ने कहा बस स्टैंड की व्यवस्थाओं की जानकारी लेकर आगे व्यवस्थित करने की योजना बनाई जाएगी।