
ATM Fraud बालोद जिले में कुछ दिनों से मदद के बहाने एटीएम बदलकर ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय था। लगातार शिकायत के बाद पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर पुरूर बस स्टैंड से तीन ठगों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। तीनों आरोपियों ने यूट्यूब से एटीएम बदलना और ठगी करना सीखा। पहले अपने क्षेत्र में ठगी की। इसके बाद छत्तीसगढ़ आकर बालोद में ठगने लगे। उनके पास से 142 नग एटीएम, एक एटीएम स्वीप मशीन, मोटर साइकिल व 27500 रुपए नगद बरामद किया है।
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मामले का खुलासा सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसडीओपी देवांश सिंह राठौर ने किया। आरोपी जसप्रीत सिंह गुजराल पिता धरमपाल सिंह गुजराल (42) निवासी अपर्णा अपार्टमेंट मौजा सुनारी थाना सिकंदरा जिला आगरा उत्तरप्रदेश, शंकर सिंह चौहान पिता बीरेंद्र सिंह चौहान (37) निवासी धौलपुर थाना कोतवाली धौलपुर राजस्थान व राजा वर्मा पिता दिनेश चंदवर्मा (39) निवासी द्वारका नगर वार्ड जबलपुर मध्यप्रदेश हैं।
मामले को सुलझाने एसपी एसआर भगत ने टीम बनाई। लगातार ठग की तलाश जारी रही। मुखबिर भी लगाए गए। 12 अगस्त को जानकारी मिली कि तीन लोग पुरूर बस स्टैंड के पास रेकी कर रहे हैं। पुलिस ने भी मुखबिर की सूचना पर तत्काल तीनों को पूछताछ कर गिरफ्तार किया।
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तीनो आरोपियों ने बालोद, कवर्धा, राजनांदगांव, सरगुजा, कोरबा, दुर्ग, बेमेतरा जिले में 3-4 बार एटीएम एक्सचेंज कर फ्रॉड कर चुके हैं। पूछताछ में बताया कि कई लोगों को एटीएम से पैसा निकलाने नहीं आता है, इसलिए मदद के बहाने एटीएम बदलकर अन्य एटीएम से राशि निकाल लेते थे।
प्रार्थी असाडू राम दुग्गा पिता जयलाल दुग्गा वार्ड भानुप्रतापपुर एटीएम कार्ड से पैसा निकालने यूको बैंक के एटीएम गया था। रुपए निकालने के समय बिजली गुल होने से एटीएम बंद हो गया और कार्ड फंस गया। तभी दो अनजान व्यक्तियों ने मदद के नाम से कार्ड बदलकर करहीभदर ग्रामीण बैंक से 26 हजार रुपए निकाल लिए।
दीपक कुमार करपाल पिता अमरसिंह करपाल (34) सुवरबोड़ ने बताया कि 12 मई बुआ नीर बाई भुआर्य का स्वास्थ्य खराब होने पर बस स्टैंड के सामने पुरुषोत्तम पेट्रोल पंप स्थित पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम से पैसा निकालने गया। सर्वर में प्रॉब्लम था। उसी समय दो व्यक्ति आए। एक व्यक्ति ने मदद के बहाने एटीएम बदल दिया। 13 मई को पता चला खाते से 32 हजार निकल गए।
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जसप्रीत सिंह : इन्होंने पहले यूट्यूब से एटीएम फ्रॉड का वीडियो देखा। उसी से एटीएम बदलना सीखा। इसके बाद ठगी शुरू की। वहीं पूर्व में भी इस तरह की ठगी के मामले में ये जेल जा चुका है। साथी राजा वर्मा के साथ जाता और जिसे एटीम चलाना नहीं आता उसे मदद के बहाने एटीएम बदल देता।
राजा वर्मा : अपने साथी के साथ पहले एटीएम की रेकी करता। एटीएम पहली बार उपयोग करने वालों पर वे नजर रखता, फिर अपने साथी जसप्रीत के साथ मदद करने के बहाने एटीएम को बदल देता।
शंकर सिंह चौहान : ये मोटरसाइकिल चालक है। तीनों साथ एटीएम जाते। रेकी करते। जहां मौका मिलता वहां जसप्रीत व राजा मोटरसाइकिल रुकवाकर एटीएम में घुस जाते। एटीएम बदलने में सफलता मिलते ही भाग जाते। शंकर पुलिस पर भी नजर रखता था। कोई पुलिस वाला दिखता तो तुरंत सूचना देता और भाग जाते।
निरीक्षक रविशंकर पांडेय थाना प्रभारी बालोद, सहायक उपनिरीक्षक दुलारू राम भांडेकर, देवनाथ ठाकुर, प्रधान आरक्षक मनोज निर्मलकर, आरक्षक मोहन कोकिला, आरक्षक अविनाश सिंह, आरक्षक बनवाली साहू, भूपेश साहू, साइबर सेल बालोद से आरक्षक मिथलेश यादव, आरक्षक संदीप यादव व धमतरी पुलिस का भी सहयोग रहा।
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Published on:
12 Aug 2024 11:18 pm
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