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भाई-बहन के अटूट प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन उत्साह से मनाया, बहनों का उत्साह कम नहीं कर पाई बारिश

भाई-बहन के अटूट प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन उत्साह से मनाया गया। बहनें थाल में तिलक, फूल, दूब, राखी व दीये के साथ मिठाई सजाकर आसन पर भाइयों को बिठाया और फिर पूजा कर कलाइयों पर राखी बांधी।

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भाई-बहन के अटूट प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन उत्साह से मनाया, बहनों का उत्साह कम नहीं कर पाई बारिश

बालोद. भाई-बहन के अटूट प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन को बहनें रविवार को उत्साह से मनाया। वे सुबह से तैयार होकर भाइयों का इंतजार किए, जैसे ही भाई पहुंचे तो उनका उत्साह से स्वागत किया। इस दौरान सुबह से हो रही बारिश ने भी उनका उत्साह कम नहीं कर पाया। बारिश के बाद भी भाई देर शाम तक बहनों तक पहुंच ही गए।

सुबह से शाम तक बसों में भीड़ दिखी
बहनें थाल में तिलक, फूल, दूब, राखी व दीये के साथ मिठाई सजाकर आसन पर भाइयों को बिठाया और फिर पूजा की प्रक्रिया पूरी कर कलाइयों पर सुंदर से सुंदर रक्षा सूत्र राखी बांधी। उसके बाद आरती कर मुंह मीठा कराया। भाइयों ने भी साथ लाए उपहार बहनों को भेंट किए। जिले में रक्षाबंधन का पवित्र त्यौहार खुशी और शांति से मनाया गया। कई बहनें बारिश के दौरान ही इसी बीच बसों या ट्रेनों में भाई के हाथों में राखी बांधने पहुंचे। इस दिन सुबह से शाम तक बसों में भीड़ दिखी।

बंदी भाइयों को राखी बांधने बहनें पहुंची जेल
इधर बालोद केद्रींय उप जेल में रक्षाबंधन को देखते हुए तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। जेल के बाहर जेल परिसर में आने वाले हर एक लोगों की कड़ी जांच पड़ताल की गई, क्योंकि बीते साल ही इस जेल से एक बंदी फरार हो गया था, जिसे देखते हुए जेल के बाहर पुलिस सुरक्षा व अंदर में महिला पुलिस लगाई गई थी। जब बहनें जेल में बंद अपने भाई को देखा तो उनकी आंखें भर आईं। लंबे दिनों बाद मिलने की खुशी व भाई के जेल में बंद होने का दु:ख उनकी आंखों में साफ दिख रहा था।

40 बहनों ने जेल में भाइयों की कलाई पर राखी बांधी
जेल विभाग द्वारा इस दौरान बहनों के लिए अच्छी व्यवस्था की गई थी। जब भाई के कलाई में राखी बांधी तो दोनों खुशी के आंसू रोक नहीं पाए। उसके बाद मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया। इस दौरान लगभग 40 बहनों ने जेल में भाइयों की कलाई पर राखी बांधी।