नगर की व्यवस्था पर पड़ सकता है असर
मामले में सवाल यह है कि एक ही नगर पंचायत कार्यालय में दो प्रशासनिक इंजीनियर कैसे पदस्थ हो गए? एक तो वे मुख्यालय में नहीं रहते, दूसरी ओर एक इंजीनियर मुख्यालय में रहते भी हैं, तो नगर पंचायत का काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में नगर की व्यवस्था पर असर पड़ सकता है।
नगरवासियों ने कहा फिर भी नगर व्यवस्थित नहीं
मामले में नगरवासी अमित साहू, रोहित राम, मनोज भाई, नजरूल का कहना कि 15 हजार की आबादी वाले नगर पंचायत में दो-दो इंजीनियर होने के बाद भी नगर व्यवस्थित नहीं हो पा रहा है। इस मामले में नगर पंचायत सीएमओ खिरोंद्र कुमार भोई से पक्ष जानने पहले फोन पर संपर्क किया गया, पर वे फोन रिसीव नहीं किए। उसके बाद कार्यालय जाकर चर्चा की गई, तो वे नाराज हो गए।
विकास कार्य प्रभावित
मामले में नगर पंचायत के कुछ अधिकारी-कर्मचारियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि स्टे लेने वाले इंजीनियर दुर्ग-भिलाई से आना-जाना करते हैं, इनकी शिकायत की गई है, परंतु हाईकोर्ट से स्टे लगा हुआ है। ऐसे में यहां विवाद की स्थिति बनी हुई है। अब आचार संहिता का लाभ उठाकर नगर पंचायत में दो सब इंजीनियर आराम फरमा रहे हैं। इस कारण से क्षेत्र में विकास कार्य प्रभावित है।
जिम्मेदारों के ये हैं बोल
नगर पंचायत गुंडरदेही के सीएमओ खिरोंद्र कुमार भोई ने कहा इस मामले में आपको जो लिखना है लिख सकते हैं आप स्वतंत्र हैं। वहीं नगर पंचायत गुंडरदेही के सब इंजीनियर शिवकुमार भदोरिया ने कहा मेरी मर्जी, मैं स्टे लाऊं या न लाऊं और ड्यूटी जाऊं या न जाऊं।