
64 घंटे की मशक्कत के बाद मिला दोनों युवाओं का शव ओडिशा की एनडीआरएफ की टीम को मिली सफलता
बालोद/डौंडीलोहारा. खरखरा जलाशय में 10 मार्च की शाम 5 बजे डूबे दो युवाओं का शव तीन दिनों में 64 घंटे की मशक्कत के बाद मिला है। इसके लिए पुलिस और जिला प्रशासन ने ओडिसा की स्पेशल टीम को बुलाया था। दिल्ली की ओडिसा एनडीआरएफ की 22 सदस्यी टीम इस अभियान में खरी उतरी और अल सुबह रिंकू साहू और देवनाथ सोनकर के शव को ढूंढ निकाला।
हर संभव स्थलों में अंदर जाकर युवाओं को तलाशने का प्रयास किया
ज्ञात रहे कि घटना के दिन से शवों को ढूंढने गोताखोर और रेस्क्यू टीम जलाशय के हर संभव स्थलों में अंदर जाकर युवाओं को तलाशने का प्रयास किया था, पर सफलता नहीं मिली। इसके लिए स्थानीय ग्रामीणों के साथ पुलिस, जिला प्रशासन और युवाओं के परिजन सुबह से रात तक घटना स्थल पर डटे रहे। युवाओं के शव मिलने में होने वाली देरी को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन ने ओडिसा की स्पेशल टीम को बुलाने का निर्णय लिया था।
नाव पलटने से पांच में से तीन बचा लिए गए थे
ज्ञात रहे कि 10 मार्च रविवार को बालोद जिले के डौंडीलोहारा विकासखंड के ग्राम पंचायत भीमपुरी के आश्रित ग्राम बंजारी के खरखरा जलाशय बांध में हुई दर्दनाक नाव पलटने की घटना में दो युवा डूब गए थे। तीन दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद बुधवार अल सुबह दोनों लापता पर्यटक रिंकू साहू व देवनाथ सोनकर का शव राज्य व केंद्रीय रेस्क्यू ऑपरेशन टीमों ने बरामद कर लिया। मामले में पुलिस को दिए बयान में नाव चालक बिसौहा राम निषाद ने घटना के पीछे टापू से वापसी के दौरान युवकों के सेल्फी लेने को कारण बताया। दोनों शवों का पंचनामा कर पुलिस ने पोस्टमार्टम कर शवों को परिजन को सौंप दिया है।
रिंकू को आता था तैरना, बचने के लिए देवनाथ पैर पकड़ लिया इसलिए वह भी डूब गया
मामले में संजारी पुलिस चौकी प्रभारी कांताराम दिलेन्द्र ने बताया युवाओं का शरीर पानी में लगातार रहने के कारण सडते हुए उफनकर ऊपर आ गया। वहीं ग्रामीणों के अनुसार युवाओं के डूबने का एक कारण ये रहा कि मृतक रिंकू साहू को तैरना आता था, मगर घटना के दौरान बचने की जुगत में देवनाथ द्वारा उसके पैर का सहारा लेने के कारण दोनों डूब गए व उनकी मौत हो गई।
जलाशय के किनारे खड़े लोगों ने घटना को देखकर आसपास मौजूद लोगों को आवाज लगाई थी
बताया गया कि जलाशय के बीच स्थित टापू तक सैर करने गए युवक जब वापस आ रहे थे तब सेल्फी लेने के चक्कर में नाव का अनबेलेंस हो गई और पलट गई। इधर जलाशय के किनारे खड़े जावेद, आशीष, जिवा कुंडे, मो. रियाज तिगाला, मनीष राजपूत आदि ने उन्हें डूबते देखकर आसपास स्थित लोगों को इक_ा किया। इतने में नाविक की बहादुर बेटी टिकेश्वरी जो पास ही मछली पकड़ रही थी ने पिपे की नाव को तत्काल पानी में पटकते हुए पतवार को तेजी से चलाते हुए नाविक पिता बिसौहा व अन्य दो की जान बचा ली, लेकिन रिंकू साहू व देवनाथ तब तक डूब चुके थे।
पुलिस व एनडीआरएफ की टीम को एसपी ने किया सम्मानिता
तीन दिनों की मशक्कत के बाद शवों के बरामद होने से खुश जिला पुलिस अधीक्षक एमएल कोटवानी ने एनडीआरएफ कटक ओडिसा की टीम के इंस्पेक्टर सुब्रत कुमार भोईर व सब इंस्पेक्टर बीके अहिरवार के साथ स्थानीय पुलिस टीम की सराहना की। उनके कार्यों के लिए उन्हें पुरस्कृत किया गया। डौंडीलोहारा थाना प्रभारी डीएस देहारी ने बताया पूरे आपरेशन के दौरान संजारी चौकी प्रभारी कान्ता राम दिलेन्द्र, आरक्षक छन्नू बंजारे, वेद प्रकाश भुआर्य, वीरू कोसले, डोमेन्द्र बघेल का सराहनीय योगदान रहा।
पोस्टमार्टम के बाद शव परिजन को सौंपे
बालोद पुलिस अधीक्षक एमएल कोटवानी ने कहा दोनों युवकों के शव बुधवार को बरामद कर लिए गए। पूरे ऑपरेशन के दौरान स्थानीय पुलिस व एनडीआरएफ की टीम का काम सराहनीय रहा। पीएम की प्रक्रिया पूरी कर परिजन को शव सौप दिए गए।
खतरा मोल लेकर सेल्फी लेने के कारण घटना में बढ़ोतरी
एनडीआरएफ कटक (ओडिशा) टीम के इंस्पेक्टर सुब्रत कुमार भोईर ने कहा इस तरह की घटनाओं में युवाओं द्वारा खतरा मोल लेकर सेल्फी लेने के कारण लगातार घटना में बढ़ोतरी हो रही है। इस पर रोक लगनी चाहिए। जिन्हें तैरना आता है उसे ही पानी में उतरना चाहिए। कटक टीम के सब इंस्पेक्टर बीके अहिरवार ने कहा ऐसी घटनाओं में लापता अगर पानी में डूबा है तो वह 36 घंटों के भीतर पानी के ऊपर आ जाएगा, जिन्हें तैरना नहीं आता वो सुरक्षा लेकर ही पानी में सफर करे।
Published on:
14 Mar 2019 08:01 am
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