
लघु उद्योग में चिक्की बनाती महिला समूह की सदस्य व गुदुम में फूड पार्क के लिए निरीक्षण करते अधिकारी।
बालोद. जिले में लगातार बेरोजगारों की संख्या बढ़ रही है। वहीं कई ऐसे लोग भी हैं, जो खुद लघु उद्योग खोलकर अच्छा लाभ कमा रहे हैं। जिला उद्योग विभाग के मुताबिक जिले 108 लघु उद्योग पंजीकृत हैं। वहीं सैकड़ों महिला समूह व अन्य लोग लघु उद्योग के जरिए आत्मनिर्भर हो रहे हैं। दूसरी ओर शासन की योजनाओं से हजारों युवा अनजान हैं। युवाओं का कहना है कि समय पर योजनाओं की जानकारी मिले तो लघु उद्योग के जरिए ही रोजगार मिले। जिला उद्योग विभाग की माने तो सरकार ने युवाओं को लघु उद्योग शुरू करने कई योजनाएं बनाई हैं। विभाग समय-समय पर विभिन्न शिविर आयोजित कर लोगों योजनाओं की जानकारी देता है। जिला उद्योग व व्यापार केंद्र में जाकर अधिकारी से मार्गदर्शन ले सकते हैं।
सोरर, कोटेरा व गुदुम में बनेगा फूडपार्क
जिला उद्योग एवं व्यापार विभाग के प्रबंधक प्रणय कुमार बघेल ने बताया कि राज्य शासन ने उद्योग विभाग को नई योजना के तहत फूड पार्क बनाने केंद्रित किया है। विभाग का मानना है कि यह योजना सफल होगी। इसके माध्यम से बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा। हर ब्लॉक में फूड पार्क बनने के निर्देश हैं। जगह चयन कर आगे की तैयारी चल रही है। गुदुम व कोटेरा में 25 से 35 एकड़ जमीन का हस्तांतरण भी हो चुका है। सोरर में प्रक्रिया जारी है। वहीं शासन से ही जमीन आवंटन की प्रक्रिया शुरू होगी।
फूड पार्क को लेकर ये तैयारी
विभाग के अनुसार फूड पार्क फलों का उद्योग है। कई तरह के उद्योग लगाए जाएंगे। इसके तहत पापड़, बड़ी, जूस, केंडी, चिप्स सहित कई प्रकार के जेली बनाए जाएंगे। वर्तमान में किसान सिर्फ धान पर ही ध्यान दे रहे हैं। आगे किसानों को नगदी फसल पर भी जोर देने पहल की जा रही है, ताकि फसल चक्र से जमीन भी ठीक रहे और किसानों को नगद लाभ मिलता रहे।
इस तरह के उद्योगों के लिए दी जाएगी जमीन
पार्क में इमली चपाती, इमली बीज का स्टॉक, काजू प्रोसेसिंग, रेडी टू ईट फूड का निर्माण, राइस मिल, कोल्ड स्टेार, वेयर हाउस, टमाटर और मिर्च की प्रोसेसिंग यूनिट के साथ ही कई उद्योगों के लिए जमीन दी जाएगी। युवाओं को लाभ मिलेगा।
हमारे जिले में बन रहे चिक्की की मांग बस्तर तक
डौंडी विकासखंड अंतर्गत ग्राम आवरी में महिला समूह प्लांट लगाकर चिक्की बना रहा है। इसमें 21 महिला समूहों की लगभग 200 महिलाएं जुड़ी हैं। उच्च क्वालिटी की चिक्की बनाकर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं। यह कार्य तीन माह से कर रही हैं। इसमें प्रशासन और कलेक्टर का भी सहयोग रहा। यहां की चिक्की की सप्लाई जगदलपुर जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में हो रही है। इस चिक्की की बालोद चिक्की के नाम से पैकिंग हो रही है। प्लांट में एक दिन में लगभग 10 क्विंटल चिक्की का उत्पादन हो रहा है। सुपोषण अभियान के अंतर्गत आंगनबाड़ी में बच्चों व गर्भवती, शिशुवती महिलाओं तक यह चिक्की पहुंचे, इसलिए अलग-अलग टीम बनाई गई है।
Published on:
29 Aug 2022 11:58 pm
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