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सडक़ किनारे बीमार गाय को देख पसीजा मॉर्निंग वॉक पर निकले जज का दिल, फिर 1 घंटे खड़े रहकर कराया इलाज

Huminity: जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने पेश की मानवता की मिसाल, मॉर्निंग वॉक पर निकले जज की बीमार गाय पर पड़ी थी नजर

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सडक़ किनारे बीमार गाय को देख पसीजा मॉर्निंग वॉक पर निकले जज का दिल, फिर 1 घंटे खड़े रहकर कराया इलाज

Judge got treatment of sick cow

रामानुजगंज. पशु-पक्षी भी मानव जीवन में काफी अहमियत रखते हैं। उनका पालन-पोषण मनुष्य द्वारा ही किया जाता है। कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो पालतु मवेशियों को पाल तो लेते हैं लेकिन कई बार बीमार पडऩे की हालत में उनकी सुध नहीं लेते। ऐसे लोगों की मानवता (Huminity) मर चुकी होती है।

वहीं कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो पशु-पक्षी से काफी स्नेह करते हैं। उन्हें यदि चोट लग जाती है या बीमार पड़ जाते हैं तो वे उनके स्वास्थ्य को लेकर काफी सजग होते हैं। ऐसा ही एक मामला बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के रामानुजगंज से सामने आया है।

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यहां सडक़ किनारे बीमार पड़ी गाय को देखकर मॉर्निंग वॉक पर निकले जज का दिल पसीज गया। इसके बाद उन्होंने तत्काल डॉक्टर को बुलवाकर इसका इलाज कराया। इस दौरान वे करीब 1 घंटे तक वहीं खड़े रहे।


बलरामपुर-रामानुजगंज के जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार लुनिया ने मानवता की बड़ी मिसाल पेश की है। दरअसल लुनिया प्रतिदिन की भांति सोमवार की सुबह भी मॉर्निंग वॉक के लिए वाड्रफनगर रोड पर निकले थे।

इसी दौरान वार्ड क्रमांक 1 में स्थित पेट्रोल पंप के समीप सडक़ किनारे अचेत अवस्था में गाय को देखा, इसके बाद उन्होंने तत्काल पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. विकास जायसवाल को सूचित कराकर मौके पर बुलाया।

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1 घंटे तक खड़े रहकर कराया इलाज
इसके बाद खुद वहां १ घंटे तक खड़े होकर बीमार गाय का इलाज कराया। इसके बाद अपने सुरक्षाकर्मी को गाय की देखरेख के लिए वहीं छोडक़र घर चले गए। जब तक गाय के स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ, सुरक्षाकर्मी वहीं मौजूद रहा।

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