
Innocent burnt alive
वाड्रफनगर. एक ग्रामीण ने अपने घर के एक कमरे में मवेशियों के लिए पुआल रखा था। शनिवार की दोपहर उसका 4 वर्षीय पुत्र माचिस लेकर पुआल के पास खेल रहा था। इसी दौरान अचानक पुआल में आग (Fire in straw) लग गई। बालक ने आग देखा तो बचने के लिए पुआल के भीतर जा छिपा। इस दौरान उसकी जिंदा जलकर मौत हो गई।
इधर आग लगी देख परिजन समेत पड़ोसियों ने काफी मशक्कत के बाद आग बुझाई। आग बुझने के बाद जब मलबे पर नजर पड़ी तो होश उड़ गए। मासूम आयुष की जली हुई लाश (Burnt alive) औंधे मुंह पड़ी थी। मासूम बेटे की मौत से परिजन सदमे में हैं। घटना की सूचना पर वाड्रफनगर चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और जायजा लिया।
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के वाड्रफनगर चौकी अंतर्गत ग्राम पंचायत लोधी के बहेरागढ़ाई पारा निवासी जगेश्वर का 4 वर्षीय पुत्र आयुष सिंह (Burnt from fire) शनिवार की दोपहर लगभग 12 बजे माचिस लेकर खेल रहा था। घर के पास ही मवेशियों के लिए बने एक कमरे में पुआल रखा हुआ था। पुआल में किसी तरह आग लग गई।
यह देख आयुष बचने के लिए पुआल में ही जाकर छिप गया। जब तक लोग आग बुझा पाते, पूरा पुआल जलकर खाक हो चुका था। आग कैसे लगी, इसका पता नहीं चल सका है। आशंका जताई जा रही है कि खेल-खेल में बालक ने आग लगा दी होगी।
आग देख मां ने मचाया शोर, आयुष इधर आया है क्या
कमरे में आग लगी देख आयुष की मां ने शोर मचाकर पड़ोसियों को बुलाया। उसने कहा कि किसी ने पुआल में आग लगा दी है। आयुष भी नहीं दिख रहा है, इधर आया है क्या। काफी खोजबीन के बाद भी जब आयुष नहीं मिला तो उन्हें पुआल के भीतर ही उसके होने की आशंका हुई।
आग बुझाई तो देखा औंधे मुंह पड़ी थी लाश
बस्ती के ग्रामीणों ने आनन-फानन में पुआल में लगी आग बुझाई। फिर जब उनकी नजर मलबे में पड़ी तो सबके होश उड़ गए। मासूम आयुष का जला शरीर औंधे मुंह पड़ा था। यह देख मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पीएम पश्चात शव परिजन को सौंप दिया।
Published on:
16 Jun 2019 05:26 pm
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