
कुसमी. Medical shop sealed: बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के कुसमी स्थित एक मेडिकल स्टोर संचालक द्वारा ग्रामीण का दुकान में ही रुपए वसूलकर उपचार किया गया था। घर लौटने के बाद देर रात युवक की मौत (Young man death) हो गई थी। पत्रिका द्वारा इस मामले में प्रमुखता से खबर प्रकाशन के बाद प्रशासन हरकत में आया। 25 जुलाई को एसडीएम के नेतृत्व में पहुंची प्रशासनिक टीम ने जांच के बाद मेडिकल दुकान को सील (Medical shop sealed) कर दिया है। वहीं मृतका का बिसरा भी जांच हेतु प्रिजर्व कर लिया गया है।
गौरतलब है कि ग्राम पंचायत मदगुरी के कर्राडांर निवासी भकलु राम बरगाह पिता जीतू उम्र 34 साल को पेट में कोई बीमारी थी। इससे अक्सर उसका पेट फूल जाता था। बीते सोमवार को उसके पेट में अत्यधिक दर्द शुरू हो गया तो पत्नी व अन्य परिजन उसे लेकर कुसमी के शिव चौक के समीप संचालित एक मेडिकल स्टोर में पहुंचे।
यहां मेडिकल स्टोर के संचालक ने बीमारी ठीक हो जाने का आश्वासन देते हुए मरीज के खून की जांच की, फिर उसे इंजेक्शन भी लगाया, इससे भकलू को कुछ राहत मिली। इसके बाद मेडिकल स्टोर (Medical shop sealed) के संचालक ने उसे कुछ दवाएं भी दी। फिर इलाज व दवा का भुगतान करने के बाद परिजन भकलू को लेकर अपने गांव चले गए।
लेकिन वहां देर रात उसकी तबियत फिर बिगड़ गई और वह बेसुध हो गया। परिजन 108 में फोन लगाए, लेकिन समय पर एंबुलेस नही पहुंचा। इस बीच देर रात करीब 3 बजे भकलू की मौत हो गई। इसके बाद वहां संजीवनी एंबुलेंस पहुंची, एमटी ने कहा कि इसकी मौत हुई है या नहीं यह अस्पताल के चिकित्सक ही बता सकते हैं।
ऐसा कहकर मृतक के शव को एम्बुलेंस से कुसमी अस्पताल तक लाया गया, यहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर मामले की सूचना कुसमी थाने में दी। मंगलवार को पुलिस ने मृतक के शव का पीएम कराकर परिजन को सौंप दिया था।
इस मामले को लेकर पत्रिका द्वारा 25 जुलाई के अंक में ‘तबियत बिगड़ी तो मेडिकल दुकान में कराया उपचार, वापस आने के बाद हो गई मौत’ नामक शीर्षक से प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई थी।
खबर प्रकाशन के बाद गुरुवार को एसडीएम करुण डहरिया के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम ने शिव महिमा मेडिकल दुकान की जांच की। जांच के बाद मेडिकल दुकान को सील कर दिया गया। कार्रवाई में तहसीलदार शशिकांत दुबे, बीएमओ डॉ. सतीश पैकरा, कुसमी थाना प्रभारी जितेंद्र जायसवाल व अन्य कर्मचारी शामिल रहे।
एसडीएम करुण डहरिया ने कहा कि मेडिकल स्टोर के संचालक द्वारा मृतक के बीमार होने पर उपचार करने की जानकारी मिली है। मृतक का पीएम कराने के बाद उसके बिसरा को प्रिजर्व कर रासायनिक परीक्षण के लिए बाहर भेजा जा रहा है।
इसके रिपोर्ट के आधार पर भी कार्रवाई की जाएगी। जब तक जांच पूर्ण नहीं होती है तब तक शिव महिमा मेडिकल स्टोर को सील किया गया है।
प्रशासन द्वारा कुछ दिन पूर्व बैठक लेकर मेडिकल दुकान संचालकों को समझाइश दी गई थी कि अवैध रूप से या अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर इंजेक्शन नही लगाएंगे। लाइसेंस नहीं होने पर मेडिकल दुकानों और क्लीनिक का संचालन नही करेंगे। यदि इस प्रकार के मामले संज्ञान में आते हैं तो कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
Updated on:
25 Jul 2024 08:56 pm
Published on:
25 Jul 2024 08:47 pm
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