पास में शराब की बोतल व कीटनाशक का डिब्बा पड़ा था। फिर उसे तत्काल अंबिकापुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
जशपुर जिले का आस्ता निवासी 35 वर्षीय आलोक शाही उर्फ छोटू पिता बरुन शाही वर्तमान में कुसमी से लगे सेमरा पंचायत के लाइनपारा में मकान बनाकर परिवार सहित रह रहा था।
उसकी पत्नी कृष्णनगर में शासकीय शिक्षिका (Teacher husband suicide) के पद पर पदस्थ है। उसके पास दो ट्रक भी हैं, जिन्हें वह झारखण्ड के आम्रपाली खदान से रायगढ़ के लिए कोयला के परिवहन में लगाया था।
मंगलवार को वह पत्नी को यह कह कर अम्बिकापुर मायके में भेज दिया था कि मुझे ट्रक के काम के सिलसिले में रायगढ़ जाना है। पत्नी के जाते ही आलोक रायगढ़ जाने की बजाए घर में ही रुक कर शराब का जम कर सेवन कर रहा था। उसकी पत्नी उसी दिन 4 बजे अम्बिकापुर पहुंचकर जब उसे फोन लगाई तो उसने पत्थलगांव पहुंचना बताया।
इस बीच बुधवार की सुबह उसे आसपास के लोगों ने गम्भीर हालत में तड़पते हुए देखकर वहां पहुंचे तो बाहर में शराब की बोतल के साथ गिलास के साथ कीटनाशक दवा का डिब्बा भी दिखा।
अंबिकापुर के निजी अस्पताल में तोड़ा दम
परिजनों द्वारा उसे गंभीर हालत में कुसमी अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां से अंबिकापुर (Ambikapur) रेफर कर दिया गया, उसका इलाज मिशन अस्पताल में चल रहा था। इसी दौरान यहां उसकी मौत हो गई। इस घटना से मृतक की पत्नी व अन्य परिजन सदमे में हैं।