खासकर शहर कके आउटर वार्ड इस बिजली की लुका-छिपी से परेशान हैं। कई वार्डों में तो लो वोल्टेज और कटौती को लेकर न घर में पंख चल रहे हैं और न ही कूलर। घर की गृहणियां विद्युत विभाग की कारगुजारी से काफी नाराज हैं। वार्डवासियों के मुताबिक बिजली की कटौती और लो वोल्टेज से उनका जीना मुहाल हो गया है।
कई वार्डों के लोगों के घरों के इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण खराब हो रहे हैं। कहीं-कहीं तो फ्रिज, कूलर जैसे उपकरण कार्य भी नहीं कर रहे हैं। लोग इस भीषण गर्मी में ठंडे पानी तक के लिए भी तरस रहे हैं। वहीं उनके घरों के खाद्य सामग्री खराब हो रहे हैं। वहीं विद्युत विभाग के अधिकारी भी वार्डों में बिजली की समस्या होने से सहमत है।
नगरवासियों का कहना है कि पिछले कुछ माह से प्रदेश में मनमाने ढंग से बिजली कटौती (Power cut) की जा रही है। कई बार स्थानीयजनों द्वारा शिकायत करने के बाद भी विभाग द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। वार्डवासी सकते में हंै कि कब बिजली गुल हो जाए, गर्मी और उमस से उन्हें दो चार होना पड़े।
कुछ दिनों पूर्व अम्बिकापुर में सरगुजा प्राधिकरण (Surguja development authority) की बैठक में शामिल होने आये प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल द्वारा विद्युत विभाग के खिलाफ पूरे संभाग से आ रही शिकायतों को देखते हुए संभाग भर के ९ अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था। इतनी बड़ी कार्रवाई को लेकर ऐसा लगा मानो अब विद्युत समस्या में सुधार होगा तथा पर हुआ इससे उलट। इन दिनों नगर की विद्युत व्यवस्था और भी बेहाल हो गई है।
थोड़ी सी हवा-पानी में कब विद्युत गुल हो जाये यह समझ से परे है। पूर्र वर्ष भर बिजली मेंटनेंस करने के बाद भी बिजली कटौती में कोई कमी नहीं हो रही है, विभाग के अधिकारी विद्युत सामग्री न होने का रोना रो रहे हैं।
विद्युत विभाग (Electric department) में मौजूद सहायक अभियंता द्वारा वर्तमान में सामग्री का अभाव बताया जा रहा है। उनका कहना है कि विभाग के पास सामग्री कब तक उपलब्ध होगी। यह कहना मुश्किल है। हमने विद्युत सामग्री की पूर्ति के लिए उच्चाधिकारियों को सूचित कर दिया है।
पार्षद व आमजनों ने किया अनोखा विरोध
बिजली कम्पनी द्वारा वर्ष भर के मेगा मेंटनेंस के बाद भी व्यवस्था में कोई सुधार नहीं आया है। अब भी समय बेसमय बिजली कटौती से नगर सहित जिले भर के लोग हलाकान हैं। इसके विरोध में नगर के युवाओं व आमजन बिजली विभाग के फ्यूज कॉल सेन्टर पहुंचकर जब अधिकारियों को विरोध स्वरूप ढेबरी व मोमबत्ती सौंपने (Protest) पहुंचे तो मौके विद्युत विभाग का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं था।
काफी देर इंतजार करने के बाद भी जब कोई अधिकारी नहीं पहुंंचा तब युवाओं व आमजनों ने फ्यूज कॉल सेन्टर के कर्मचारी को मोमबत्ती व ढिबरी भेंट कर विद्युत विभाग के अधिकारियों के घर पहुंचाने की अपील की। उनका कहना था कि कई वर्षों के बाद इन दिनों विद्युत विभाग की व्यवस्था पूरी तरह चरमरा सी गई है।
यह केवल एक क्षेत्र या एक वार्ड की बात नहीं है। पूरे मनेन्द्रगढ़ नगर व क्षेत्र के आसपास ग्रामीण अंचलों में यह समस्या है। विरोध दर्ज कराने में पार्षद गोपाल गुप्ता, व्यवसायी अमित पुरी, मो. शमीम अंसारी, पिन्टू, हर्षित गुप्ता गोलू, जमुना यादव, रघुवीर सिंह के अलावा अन्य लोग शामिल थे।