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Women beaten ASP: Video: महिलाओं ने महिला ASP को चप्पल व डंडे से मारा, बरसाए पत्थर, जान बचाकर भागीं, हुईं घायल

Women beaten ASP: बलरामपुर जिला अस्पताल में पीएम के बाद प्यून के डेड़ बॉडी को लेने से परिजनों ने किया इनकार, अस्पताल परिसर में मचा बवाल, महिला-पुरुषों ने पुलिस पर किया हमला

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Women beaten ASP

Women beaten ASP by slippers and sticks

अंबिकापुर/बलरामपुर। Women beaten ASP: एनआरएचएम के प्यून की थाने में फांसी लगाकर आत्महत्या मामले में बलरामपुर में बवाल मचा हुआ है। रात में जहां उग्र प्रदर्शन कर रही भीड़ पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था तो भीड़ ने थाने पर पथराव किया था। शुक्रवार को प्यून के शव का जिला अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम द्वारा पीएम किया गया। इसके बाद परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया।

बाद में शव ले जाने के दौरान वहां मौजूद महिलाओं ने सुरक्षा व्यवस्था संभालने अस्पताल परिसर में मौजूद जशपुर की एएसपी निमिशा पांडेय पर चप्पल व डंडे (Women beaten ASP) से प्रहार किया। उन्होंने पथराव भी किया। इस दौरान एएसपी व अन्य महिला पुलिसकर्मी वहां से जान बचाकर भागीं। भागने के क्रम में एएसपी गिर भी गईं। उन्हें चोटें आई हैं।

बलरामपुर एनआरएचएम में संविदा के रूप में पदस्थ 30 वर्षीय प्यून गुरुचंद मंडल ने गुरुवार की दोपहर बलरामपुर थाने के टॉयलेट में फांसी लगाकर आत्महत्या (Women beaten ASP) कर ली थी। पत्नी की गुमशुदगी के संबंध में उसे पूछताछ के लिए दोपहर 2 बजे थाने में बुलाया गया था।

प्यून द्वारा थाने में आत्महत्या कर लिए जाने की खबर के बाद वहां जमकर बवाल मचा था। पुलिस द्वारा घटनास्थल दिखाए जाने से इनकार करने पर एनआरएचएम के कर्मचारी व मृतक के परिजन उग्र हो गए। उन्होंने थाने में जमकर हंगामा किया, फिर एनएच पर चक्काजाम कर पुलिस के खिलाफ नारे लगाने लगे।

प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो भीड़ और उग्र (Women beaten ASP) हो गई। जब पुलिस ने टियर गैस छोड़े तो उग्र हो चुकी भीड़ ने थाने में जमकर पथराव किया। रात में जैसे-तैसे मामला शांत हुआ था।

शव का हुआ पीएम, न्यायिक जांच शुरु

शुक्रवार को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल से फॉरेसिंक पीएम एक्सपर्ट डॉ. संतू बाग व डॉ. रवि बलरामपुर अस्पताल पहुंचे थे। मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में वीडियोग्रॉफी कराकर (Women beaten ASP) मृतक के शव का पीएम कराया गया।

वहीं मामले की जांच के लिए जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार साहू द्वारा मजिस्ट्रियल जांच के लिए बलरामपुर के न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी दीपक शर्मा को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। इनकी उपस्थिति में ही पीएम किया गया। इधर एनएचआरसी के प्रावधान के तहत मामले की न्यायिक जांच शुरु हो गई है।

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शव लेने से इनकार, नौकरी व मुआवजे की मांग

मृतक के परिजनों ने पीएम के बाद उसका शव लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद काफी संख्या में भीड़ ने एनएच पर चक्काजाम (Women beaten ASP) कर दिया। इसके बाद प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझाइश देने का प्रयास किया।

इधर परिजनों ने परिवार के एक सदस्य को नौकरी, मुआवजा (Women beaten ASP) समेत 5 मांगों को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। करीब डेढ़ घंटे तक चले चक्काजाम के बाद एसडीएम द्वारा निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया गया। इसके बाद वे शव ले जाने को राजी हुए।

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Women beaten ASP: एडिशनल एसपी पर महिलाओं ने किया हमला

बलरामपुर अस्पताल में पीएम के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था। इसी दौरान अस्पताल परिसर में मौजूद महिलाएं फिर उग्र हो गईं। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहीं जशपुर की एडिशनल एसपी निमिशा पांडेय पर हमला (Women beaten ASP) कर दिया।

एएसपी उन्हें शांत रहने के लिए कहती रहीं, लेकिन महिलाओं ने उन्हें चप्पल व डंडे से मारा। पत्थर मारने के दौरान जब वे भागने लगीं तो गिर गईं। इससे उन्हें चोटें भी आई हैं।

थाना प्रभारी व आरक्षक सस्पेंड

थाने में प्यून द्वारा फांसी (Women beaten ASP) लगा लिए जाने के मामले में मचे बवाल के बीच एसपी वैभव बैंकर रमन ने बलरामपुर थाना प्रभारी प्रमोद रुसिया व आरक्षक अजय यादव को सस्पेंड कर दिया है।

इधर पीसीसी ने मामले की जांच के लिए 8 सदस्यीय टीम बनाई है। टीम में संयोजक अंबिकापुर महापौर डॉ. अजय तिर्की व सदस्यों में शफी अहमद, राजेंद्र तिवारी, मधु गुप्ता, सीमा सोनी, केपी सिंह, लाल साय तथा दिनेश यादव शामिल हैं।