
Mukhtar Ansari: वाराणसी के बहुचर्चित अवधेश राय हत्याकांड में उम्रकैद की सजा मिलने के बाद माफिया मुख्तार अंसारी की नींद और भूख उड़ गई है। बांदा मंडल कारागार में सोमवार रात भर वह माथे पर हाथ रखकर करवटें बदलता रहा। इससे पहले रात में उसने बेमन एक रोटी खाई और माथे पर हाथ धरे तन्हाई बैरक में करवटें बदलता रहा। पहली बार किसी केस में उसे आजीवन कारावास की सजा मिली है। उम्रकैद की सजा के बाद उसका जेल से बाहर आना मुश्किल हो गया है।
पूर्वांचल का माफिया डॉन एवं पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी बांदा मंडल कारागार में बंद है। सोमवार को वाराणसी में विशेष न्यायाधीश (एमपी/एमएलए) अवनीश गौतम की कोर्ट के जरिए वीडियो कांफ्रेंसिंग से मुख्तार को अवधेश राय हत्याकांड में सजा सुनाई गई। वीडियो कांफ्रेंसिंग खत्म होते ही जेल के डॉक्टर ने मुख्तार का बीपी चेक किया।
सामान्य बीपी होने के बाद उसे तन्हाई बैरक में ले जाया गया। जेल सूत्रों के मुताबिक, सजा के बाद से वह काफी तनाव में है। सोमवार रात बेमन महज एक रोटी सब्जी के जूस के साथ खाई। रात भर सोया भी नहीं। काफी देर तक बैरक में माथे पर हाथ धरे बैठा रहा। थोड़ी देर लेटता और फिर टहलने लगता।
मंगलवार सुबह 11 बजे दोबारा जेल मेडिकल स्टाफ ने उसका बीपी चेक किया। दिन में भी सिर्फ एक ही रोटी खाई। जेल के एक अधिकारी ने बताया कि मुख्तार सजा के बाद से बेचैन है। खाना-पीना कम कर दिया है। मेडिकल स्टाफ लगातार उसपर नजर रखे है। सजा वाले दिन और मंगलवार को रूटीन मेडिकल चेकअप में उसका बीपी-शुगर सामान्य रहा।
Published on:
06 Jun 2023 08:21 pm
बड़ी खबरें
View Allबांदा
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
