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बाढ़-बारिश से राज्य बेहाल, नौ की मौत

मौसम की मार: केआरएस और कबिनी से 1.92 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा कोडुगू में राहत बचाव कार्य में सेना लगाने की तैयारीकावेरी क्षेत्र और तटीय जिलों के कई गांवों का सड़क सम्पर्क टूटा

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बाढ़-बारिश से राज्य बेहाल, नौ की मौत

बेंगलूरु. कावेरी बेसिन क्षेत्र में भारी बारिश और जलाशयों से बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण कोडगु, मैसूरु, मंड्या, शिवमोग्गा, दक्षिण कन्नड़, उत्तर कन्नड़, हासन चिक्कमगलूरु और उडुपी जिलों के बड़े भूभाग में बारिश का रौद्र रूप देखने को मिला है। पिछले चौबीस घंटों के दौरान वर्षा जनित हादसों में नौ लोगों को जान गंवानी पड़ी। कोडगु जिले में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पानी में फंसे लोगों के लिए राहत एवं बचाव कार्य चलाने के लिए भारतीय वायु सेना को लगाया गया है।

कावेरी के जलाधिग्रहण क्षेत्रों में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कृष्णराज सागर (केआरएस), कबिनी, हारंगी और हेमावती जलाशयों से रोजाना रिकॉर्ड स्तर पर पानी छोड़ा जा रहा है। गुरुवार को केआरएस और कबिनी से करीब 1.92 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण नदी के बहाव क्षेत्र के कई नए इलाकों में पानी फैल गया। निचले इलाकों में दर्जनों गांव की सीमा तक पानी पहुंच जाने से कई गांवों पर बाढ का खतरा मंडराने लगा है। वहीं कोडगु जिले पिछले छह दिनों से स्थिति गंभीर बनी हुई है। स्कूल और कॉलेज लगातार बंद हैं और अधिकांश राजमार्ग भूस्खलन की बाधा झेल रहे हैं। इसी प्रकार मैसूरु और मेंगलूरु तथा ऊटी को जाने वाली सड़कें पर भी भूस्खलन के कारण यातायात प्रभावित हुआ है।

कोडुगू में 4, कलबुर्गी में 3 की मौत
कोडुगू जिले के मडिकेरी तालुक के कटाकेरी गांव में भूस्खलन की चपेट में आने से चार लोगों की मौत हो गई। हादसे का शिकार बने लोगों ने रविवार रात भूस्खलन के बाद अपना मकान खाली कर दिया था और सोमवार सुबह जब वे अपना मकान देखने गए उसी दौरान जमीन धंस गई और मलबे में दबने से उनकी मौत हो गई। पीडि़तों की पहचान वेंकटरमण, यशवंत, पवन और यतीश के रूप में हुई है। वहीं कलबुर्गी जिले के अलांड तालुक के हितलसिरुर गांव में बारिश के दौरान एक मकान की दीवार गिरने से मलबे में दबकर एक 30 वर्षीय महिला और उसकी दो बेटियों की मौत हो गई। पीडि़तों की पहचान लक्ष्मी और उनकी बेटी येल्लम्मा (12) तथा अम्बिका (11) के रूप में हुई है। इसके अतिरिक्त शिवमोग्गा तथा बल्लारी जिलों में दो अन्य लोगों की मौत हो गई।

मुख्यमंत्री ने की स्थिति की समीक्षा
मुख्यमंत्री एच.डी.कुमारस्वामी ने कहा कि कोडगु सहित अन्य जिलों के वर्षा प्रभावित क्षेत्रों में फंसे ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानाों पर स्थानांतरित किया जाएगा। लोक निर्माण मंत्री रेवण्णा पहले ही कोडगु पहुंच गए हैं और वहां से लोगों को स्थानांतरित करने के कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रभावित जिलों में बाढ के पानी में फंसे लोगों को निकालने व राहत कार्य शुरू करने के संबंध में वायुसेना के अधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया है।

इसके अतिरिक्त कोडगु में एच. डी. रेवण्णा व जिला प्रभारी मंत्री सा.रा. महेश ने डेरा डाल रखा है और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री ने प्रभावित जिलों के जिला उपायुक्तों के साथ व्यक्तिगत तौर पर बातचीत की और हालात की जायजा लिया। उन्होंने पीडि़त लोगों को तत्काल सहायता पहुंचाने और जरुरत पडऩे पर राहत शिविर खोलने सहित तमाम तरह की मदद पहुंचाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने जिला प्रभारी सचिवों तथा जिला प्रभारी मंत्रियों को भी तत्काल संबंधित जिलों में पहुंचकर वहां पर डेरा डालने व राहत व बचाव कार्य की निगरानी करने के निर्देश दिए।


शिराडी घाटी में 25 तक यातायात पर रोक
भारी बारिश के कारण शिराडी घाटी में 25 अगस्त तक यातायात पर रोक लगा दी गई है। बेंगलूरु तथा मेंगलूरु को जोडऩे वाली इस सड़क पर 28 जुलाई को 8 माह के अंतराल के पश्चात यातायात बहाल हुआ था लेकिन अब भूस्खलन के कारण जगह-जगह पर मलबे का ढेर लग जाने के कारण एहतियात के तौर पर यातायात रोकी गई है।