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‘तू हिंदू से ईसाई बन जा… फायदा दिलाएंगे’, राजस्थान में एक परिवार से जबरन धर्मांतरण का प्रयास; मामला दर्ज

कुछ लोगों ने एक परिवार को धमकाकर धर्म बदलने के लिए विवश किया।

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Photo- Patrika Network

Banswara News: बांसवाड़ा जिले में गुजरात सीमा से सटे कसारवाड़ी क्षेत्र में जबरन धर्मांतरण का प्रयास करने का मामला सामने आया है। कोशिश नाकाम होने पर कुछ लोगों ने धमकाकर एक परिवार को धर्म बदलने के लिए विवश किया। इससे आहत एक युवक की रिपोर्ट पर पुलिस ने अपने ही काका को नामजद कर महिलाओं सहित तीन अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है।

पुलिस के अनुसार, मामला बोचड़दा गांव का है। इसे लेकर कालूराम पुत्र गोबरा मछार ने रिपोर्ट दी। उसने बताया कि गांव में कुछ लोग इसाई धर्म अपना चुके हैं। उनमें शामिल उसका काका हरसिंग पुत्र खातु मछार और अंग्रेजी भाषी एक पुरुष व दो महिलाएं गुरुवार शाम करीब साढ़े छह बजे उसके घर आए। उस समय वह और भाई की पत्नी धुला घर के आंगन में खड़े थे।

आरोपियों ने आकर कहा कि तू अपना हिंदू धर्म बदलकर ईसाई धर्म अपना ले। ईसाई बनने पर अधिक फायदा दिलाएंगे और औरत भी मिल जाएगी। आरोपियों ने बाइबिल आगे की, तो लेने से इनकार किया। इस पर वे श्राप देने लगे। फिर तीनों पास में भाई के घर पर गए। वहां जाकर बहू से से हम बाहर से आए बड़े सेवक हैं और यहां आपकी सभी पीड़ा खत्म करने आए हैं। हरसिंग के घर आ जाना। फिर जाते-जाते ईसाई धर्म नहीं अपनाने पर जान से खत्म करने की धमकी दी।

कुआं पवित्र करने का किया ढकोसला

परिवादी ने बताया कि भाई के घर से आरोपी वापस उसके घर की तरफ आए और उसके कुएं पर जाकर एक डिब्बी खोली। ढक्कन में पानी जैसा तरल निकालकर उसने कुएं में डाला और कहने लगे कि अब पानी पवित्र हो गया। टोकने पर आरोपी बदजुबानी करने लगे।

आरोपियों की ओर से जबरन ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने पर परिवादी ने कार्रवाई आग्रह किया। इस पर गृह अतिचार कर धार्मिक भावनाएं आहत करने और धमकाने के आरोप में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की। मामले में आगे थानाधिकारी नरेंद्र सिंह की तहकीकात जारी है।

केरल से आए थे अजनबी

शुरुआती जांच से पुलिस को पता चला कि आरोपी हरसिंग परिवादी का काका है और पहले से धर्म बदल चुका है। उसके साथ आए लोग केरल के हैं। उनमें एक शिक्षण संस्था का प्राचार्य है, जो वहां छुट्टियां होने पर परिवार के सथ घूमने निकला था। दाहोद पहुंचने के बाद आगे वाघा बॉर्डर जाना था, लेकिन बारिश ज्यादा होने से रुकना पड़ा। इस बीच, झालोद में वह अपने संपर्क के व्यक्ति के यहां ठहरे तो वह भुट्टे खिलाने की बात कहकर यहां हरसिंग के घर लाया। गांव में प्रार्थना आदि गतिविधियों से अजनबी लोगों की गतिविधियों पर शंका बढ़ी। फिर अविवाहित कालूराम के घर जाकर धर्मांतरण की पेशकश से विवाद उठा।