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बांसवाड़ा जिला कलक्टर ने क्यूं कहा, मैंने पहले बकरी पाली, फिर इस योजना को जिले में किया लागू

Banswara News : बांसवाड़ा जिला कलक्टर ने क्यूं कहा, मैंने पहले बकरी पाल कर इस योजना के बारे में समझा। फिर इस योजना को पूरे जिले में लागू किया।

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Banswara District Collector Why said I First Raised Goats and then Implemented this Scheme in District

बांसवाड़ा जिला कलक्टर ने क्यूं कहा, मैंने पहले बकरी पाली, फिर इस योजना को जिले में किया लागू

Banswara News : बांसवाड़ा में अब बकरियों का भी बनेगा हेल्थ कार्ड। आदिवासी बहुल बांसवाड़ा जिले की बकरियां अब हेल्थ कार्डधारी होंगी। हेल्थ कार्ड विमोचन जिला कलक्ट्रेट सभागार में सोमवार शाम करीब 4.20 बजे किया गया। विमोचन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलक्टर डॉ. इद्रजीत सिंह यादव थे। अध्यक्षता जिला प्रमुख रेशम मालविया ने की। जिला कलक्टर की पहल पर राजीविका मिशन को बकरी का हेल्थ कार्ड बनाने का लक्ष्य दिया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य बकरी पालन को बढ़ावा देना है। राजस्थान का पशुपालन विभाग मानता है कि बकरी पालन से सबसे ज्यादा मुनाफा होता है। योजना लागू करने की तैयारी करीब 3 माह से चल रही थी। राजीविका मिशन के परियोजना प्रबंधक और एसीईओ कैलाश बारोलिया ने बताया कि इस अवसर पर पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. विजय सिंह भाटी मौजूद थे।

यह है कार्ड में खास

पशु पालक का नाम, पता, मोबाइल नंबर के साथ ही बकरियों का पूरा विवरण, किस्म, संया इत्यादि, टीकाकरण का पूरा विवरण, अन्य कोई बीमारी हो जाए तो क्या करना है। साथ ही बकरी की किस्म,आवास, पोषण, कृमिनाशक के साथ ही मेमना, प्रजनन, बकरी प्रबंधन के बारे में जानकारी है।

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समझने के लिए मैंने बकरी पालन किया . जिला कलक्टर

जिला कलक्टर, बांसवाड़ा, डॉ. इंद्रजीत सिंह यादव ने बताया कि आदिवासी क्षेत्र में बकरी आय का बहुत बड़ा स्रोत हो सकती है। हेल्थ कार्ड बनवाने से पहले स्वयं इसको जांचा और परखा। मैं जब प्रतापगढ़ में कलक्टर था तो इसे समझने के लिए स्वयं बकरी पालन भी किया। इसके बाद यह योजना लागू की।

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