
बांसवाड़ा.
प्रदेश के निजी महाविद्यालयों के विद्यार्थियों को भी छात्रवृत्ति के आवेदन ऑनलाइन भरने होंगे। इसके लिए उन्हें वेब पोर्टल पर पंजीयन करना होगा, लेकिन कई कॉलेजों की ओर से अब तक कोर्स मैपिंग ही नहीं की गई है। वहीं कई विश्वविद्यालयों की ओर से इसके अनुमोदन में लेटलतीफी चल रही है। इसके चलते समय पर आवेदन को लेकर उलझन बनी हुई है। इससे निजी कॉलेज में प्रवेशित हजारों विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति पर संकट मंडरा रहा है। इस पर आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा ने सभी विवि के कुलपति को पत्र लिख मामले में त्वरित कार्रवाई को कहा है
इसमें बताया गया है कि कॉलेल की ओर से कार्रवाई पूर्ण कर विवि को फारवर्ड करनी होगी। तत्पश्चात विवि द्वारा अनुमोदन पर ही निजी कॉलेज के नाम व अन्य कोडिंग छात्रवृत्ति वेब पोर्टल पर दिखेगी और आवेदन किए जा सकते हैं। इसके लिए नोडल प्रभारी को पाबंद करें, जिससे समय पर आवेदन में दिक्कतें न हों।
कहीं भी लें प्रवेश
राज्य सरकार की ओर से उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से निजी कॉलेजों में भी प्रवेश लेने पर आरक्षित वर्ग तथा योजना के तहत पात्रता रखने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने का प्रावधान है। प्रदेश के निजी कॉलेज में वर्तमान में हजारों विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, जो नियमानुसार छात्रवृत्ति के दायरे में आते हैं। वागड़ अंचल के गरीब विद्यार्थियों की उच्च शिक्षा में यह वजीफा काफी मददगार है। पोर्टल पर सूचनाएं अपडेट होने के बाद ही आवेदन किए जा सकेंगे।
नहीं आई सूचनाएं
जीजीटीयू से सम्बद्धता प्राप्त सभी निजी कॉलेजों की अब तक कोर्स मैपिंग नहीं हुई है। जैसे-जैसे आवेदन आ रहे हैं अनुमोदन किया जा रहा है। शेष कॉलेज आवश्यक सूचनाओं शीघ्र भेजें जिससे कार्रवाई पूरी की जा सके।
सोहन सिंह, कुल सचिव जीजीटीयू, बांसवाड़ा
यह है स्थिति
1573 निजी महाविद्यालय 41
बांसवाड़ा 33 डूंगरपुर
08 प्रतापगढ़
Published on:
30 Jul 2018 02:07 am
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