
बांसवाड़ा। सदर थाना क्षेत्र के घीवापाड़ा गांव में गुरुवार रात चरित्र पर संदेह के मामले में पत्नी की हत्या करने के मामले में नया खुलासा हुआ है। मृतका के पति ने हत्या के बाद अपने भाई को घटनाक्रम की जानकारी देकर ग्रामीणों केा लेकर साथ लेकर आने को कहा था।
सदर थाना प्रभारी बाबूलाल मुरारिया ने बताया कि घीवापाड़ा निवासी मुकेश पुत्र हीरालाल भाबोर ने पत्नी माया गौरी उर्फ माया की हत्या करने के बाद उसके शरीर से खून सने जेवर उतारे और अपनी बाइक के टूल बॉक्स में छिपाने के बाद भाई मोहन को घटनाक्रम से अवगत कराया।
चार मिनट तक बातचीत में आरोपी मुकेश ने भाई से कहा कि वह गांव वालों को अपने साथ लेकर आए। यही चार मिनट पुलिस के लिए अहम सुराग बने। पुलिस ने आरोपी के भाई से पूछताछ की तो पहले उसने कुछ नहीं बताया, लेकिन सख्ती से पूछताछ पर उसने कहा कि मुकेश को सब कुछ पता है। उसी से पूछ लो। पुलिस आधी रात को जब आरोपी को थाने लेकर आई तो उसने पूरा घटनाक्रम पुलिस को बता दिया।
खेत में धक्का मारा और काट दी नसें
एसपी ने शुक्रवार को बताया था कि पुलिस ने मुकेश से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की तो वह फूट पड़ा। मुकेश के मुताबिक उसकी बीवी गौरी उर्फ माया का किसी अन्य व्यक्ति से लम्बे समय से अवैध संबंध चल रहा था। उसने दो-तीन बार मना किया, लेकिन वह उसकी बात नहीं मान रही थी।
गौरी गुपचुप तौर पर एक मोबाइल रखती थी और चोरी-छीपे उस व्यक्ति सेे बातचीत करती थी। यह बात उसे नागवार लगी। गुरुवार शाम को हस्तिनापुर मन्दिर के पास बाइक रोककर उसने गौरी को खेत में धक्का दे दिया, फिर सब्जी काटने के चाकू से उसकी गले की नसें काट दी। जब वह मर गई तो कंन्दौरा, पायजेब एवं गले की सांकली निकालकर छिपा दी। इसके बाद गांव वालों को बुलाकर बदमाशोंं द्वारा लूट और हमला करने की बात कहकर घटना को लूट का रूप देने की कोशिश की। फिर खुद के साथ मारपीट होना बताकर बेहोशी का बहाना बनाया और हॉस्पीटल में भर्ती हो गया।
Published on:
02 Feb 2019 06:36 pm
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