
Rajasthan News : पेंशनर्स के लिए बड़ी सुविधा। राष्ट्रीय डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र अभियान 3.0 के तहत अब पेंशनभोगी, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले वरिष्ठजन आसानी से अपना जीवन प्रमाणपत्र बनाकर समय पर जमा करा सकेंगे। इसके लिए, पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने डाक विभाग और इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) के साथ मिलकर डाकियों और ग्रामीण डाक सेवकों के नेटवर्क से डोर-स्टेप एवं शिविरों से यह सेवा शुरू की है।
डाक अधीक्षक डूंगरपुर ने बताया कि विभाग ने पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग के साथ समझौता किया है, जिससे 30 नवंबर, 2024 तक 800 शहरों और कस्बों में राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र अभियान 3.0 प्रारंभ किया गया है। इसका मकसद चेहरा प्रमाणीकरण और उंगलियों के निशान प्रमाणीकरण तकनीक की डिजिटल प्रक्रिया को बढ़ावा देकर देहात के पेंशनभोगियों के साथ वरिष्ठ नागरिक पेंशनभोगियों को घर पर ही सुविधा देना है।
डाक अधीक्षक डूंगरपुर ने बताया कि इसके लिए 8 नवम्बर को बागीदौरा और चिखली उपडाकघर, 16 नवम्बर को गढ़ी और पाड़वा उपडाकघर, तथा 25 नवम्बर को प्रधान डाकघर बांसवाडा व डूंगरपुर के गेपसागर उपडाकघर में विशेष शिविर भी लगाए जा रहे हैं। आधार सक्षम बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण पर आधारित इस सेवा से बुजुर्गों को जीवन प्रमाणपत्र जारी कराने में ज्यादा समय नहीं लगेगा, वहीं पेंशन वितरण एजेंसी के कार्यालय में जाने की जरूरत नहीं रहेगी। उन्हें आईपीपीबी की डोर-स्टेप डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट सेवा मिलेगी या खुद निकटतम डाकघर में जाकर जीवन प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकेंगे।
पेंशनभोगी को नज़दीकी डाकघर से संपर्क कर अपना पता बताना होगा। डाकिया या ग्रामीण डाक सेवक डीएलसी जनरेशन के लिए मात्र सत्तर के शुल्क पर केवल आधार संख्या और पेंशन का विवरण देने पर प्रमाणपत्र बनाने की प्रक्रिया पूरी करेगा। इसकी पुष्टि पेंशनभोगी को उसके मोबाइल नंबर पर एसएमएस से होगी। इसके बाद दूसरे दिन प्रमाणपत्र ऑनलाइन उपलब्ध हो जाएगा।
Published on:
07 Nov 2024 06:53 pm
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