
कुशलगढ़. भील समाज सुधार पर चर्चा करते समाजजन। फोटो पत्रिका
Rajasthan Social Reforms : बांसवाड़ा के सज्जनगढ़ क्षेत्र के विभिन्न गांवों में आदिवासी समाज सुधार की बैठकें आयोजित की गई, जिनमें समाज में व्याप्त कुरीतियों और फिजूलखर्ची को रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बिछावाड़ा, मछारासाथ, जीवकुता और सातसेरा खुर्द गांवों में समाज के बुजुर्गों और जन प्रतिनिधियों ने सामूहिक रूप से यह संकल्प लिया कि शादी-ब्याह समारोहों में डीजे, शराब, और फिजूलखर्ची पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा, दहेज की मांग और ममेरा प्रथा पर भी सख्ती से रोक लगाने का फैसला किया गया।
बिछावाड़ा गांव में, शादी के दौरान दहेज पर रोक, शादी में केवल डेढ़ किलो चांदी और सोने में नाक का काटा और कानफूल लेने की अनुमति दी गई। शादी समारोहों में डीजे बजाने पर 75,000 रुपए का जुर्माना और डीजे जब्त करने की सजा तय की गई। ममेरा प्रथा में एक ही ममेरा देने का नियम लागू किया गया। सातसेरा खुर्द में, शादी समारोह में शराब पर पूरी तरह प्रतिबंध किया गया।
कुशलगढ़. ग्राम पंचायत बाकानेर में रविवार को भील समाज सुधार को लेकर बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में समाज के वरिष्ठजन, युवा और अन्य समाजजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। भील समाज सुधार समिति के महामंत्री कैलाश पटेल, सचिव भुरजी मईडा के नेतृत्व में पंचायत कार्यकारिणी गठित की गई, जिसमें बलबीर राणा अध्यक्ष और रमेश रावत उपाध्यक्ष बनाए गए। बैठक में समारोहों में फिजूलखर्ची पर रोक, डीजे और नशे पर प्रतिबंध जैसे निर्णय लिए गए।
Published on:
25 Nov 2025 01:52 pm
बड़ी खबरें
View Allबांसवाड़ा
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
