
Meteorological Department Alert : एकाएक बदले मौसम के तेवर ने बांसवाड़ा की रूई पर संकट ला दिया है। मौसम का यह बदलाव सिर्फ सेहत के लिए ही दिक्कत भरा नहीं है, बल्कि कपास की खेती करने वाले किसानों के लिए भी तकलीफदेह है। यदि काश्तकारों ने ध्यान नहीं दिया और इसे लेकर जरा भी चूके तो रूई की गुणवत्ता पर असर पड़ेगा। मौसम की सीधी मार काश्तकारों की जेब पर पड़ेगी। विभाग ने बूंदाबांदी की संभावना जताकर एडवाइजरी भी जारी की है। किसानों को डोडो की चुनाई बारिश के पूर्व करने की सलाह दी है।
24 और 25 दिसंबर : पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क रहने की संभावना।
26 दिसंबर : उदयपुर संभाग, कोटा संभाग, अजमेर और जयपुर संभाग में कहीं-कहीं पर हल्की बारिश की संभावना।
27 दिसंबर : उदयपुर संभाग, कोटा संभाग, अजमेर और जयपुर संभाग में कहीं-कहीं पर बारिश की संभावना।
28 दिसंबर : पूर्वी राजस्थान में हल्की बारिश की संभावना।
29 दिसंबर : मौसम शुष्क रहने की संभावना।
खुले में रखा खाद्यान्न और सूखा चारा भी बारिश से बिगड़ सकता है, जिसे बचाने के लिए किसानों को सुरक्षित रखने की सलाह दी है।
मौसम विभाग ने समूचे प्रदेश में अगले 24 घंटे में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम दर्जे की बारिश की प्रबल संभावना जताई है। साथ ही प्रदेश में कहीं-कहीं घना कोहरा पड़ने की भी संभावना व्यक्त की है।
26 और 27 दिसंबर को एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर संभाग में रहने की संभावना है। इससे गहरे बादलों के साथ हल्की बूंदाबांदी होने की पूर्ण संभावना है। इससे बचने के लिए किसानों को कपास के खिले डोडो की चुनाई बूंदाबांदी होने से पहले करने की सलाह दी गई है। ताकि बारिश से रुई गुणवत्ता में कमी न हो और आर्थिक नुकसान से बचा जा सके।
डॉ. हरगिलास मीणा, संभागीय निदेशक कृषि अनुसंधान केंद्र बोरबट
Published on:
24 Dec 2024 02:30 pm
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