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नगर परिषद आयुक्त मनोज कुमार मीणा की अगुवाई में सबसे पहले अतिक्रमण हटाओ दस्ता कोटा रोड पर पहुंचा। जहां सिविल लाइन्स रोड के नजदीक मुख्य सड़क पर एक जने की ओर से 30 गुणा 40 फीट के भूखंड पर डीपीसी कराने के बाद पिल्लर निर्माण का कार्य कराया जा रहा था। दस्ते ने जेसीबी की मदद से अतिक्रमण ध्वस्त करना शुरू कर दिया। इसका निर्माण करा रहे एक जने ने विरोध किया। लेकिन उसके विरोध को दरकिनार कर दिया गया। इस दौरान वहां जमा हुए लोगों ने आसपास के लोगों के खिलाफ भी समान कार्रवाई की मांग उठाते हुए आयुक्त मीणा से अतिक्रमण मानने का आधार पूछा तो उन्होंने कहा कि इस निर्माण को लेकर पूर्व में शिकायत मिली थी। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में अतिक्रमी से समझाइश की गई थी। लेकिन इसके बावजूद वह निर्माण कार्य करा रहा था। इसके चलते उक्त अतिक्रमण को जेसीबी की मदद से ध्वस्त किया गया।
नगर परिषद आयुक्त मनोज कुमार मीणा की अगुवाई में सबसे पहले अतिक्रमण हटाओ दस्ता कोटा रोड पर पहुंचा। जहां सिविल लाइन्स रोड के नजदीक मुख्य सड़क पर एक जने की ओर से 30 गुणा 40 फीट के भूखंड पर डीपीसी कराने के बाद पिल्लर निर्माण का कार्य कराया जा रहा था। दस्ते ने जेसीबी की मदद से अतिक्रमण ध्वस्त करना शुरू कर दिया। इसका निर्माण करा रहे एक जने ने विरोध किया। लेकिन उसके विरोध को दरकिनार कर दिया गया। इस दौरान वहां जमा हुए लोगों ने आसपास के लोगों के खिलाफ भी समान कार्रवाई की मांग उठाते हुए आयुक्त मीणा से अतिक्रमण मानने का आधार पूछा तो उन्होंने कहा कि इस निर्माण को लेकर पूर्व में शिकायत मिली थी। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में अतिक्रमी से समझाइश की गई थी। लेकिन इसके बावजूद वह निर्माण कार्य करा रहा था। इसके चलते उक्त अतिक्रमण को जेसीबी की मदद से ध्वस्त किया गया।
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यहां कार्रवाई के दौरान जेसीबी मशीन जवाब दे गई तो दूसरी लेसीबी मशीन मंगवाई गई। इसके बाद परिषद का अमला बरडिय़ा बालाजी धाम रोड पर पहुंचा। जहां भी एक जने ने परिषद की जमीन को घेर कर टीनशेड करवा लिया था। वहां जेसीबी की मदद से उक्त टीनशेड व अन्य निर्माण कार्य ध्वस्त किया गया। इस दौरान शहर में यह चर्चा भी तेजी से फैली कि पूर्व में नगर परिषद बोर्ड में रहे जनप्रतिनिधि का अतिक्रमण हटाया जाएगा। लेकिन बाद में परिषद दस्ते ने कार्रवाई को रोक दिया।
यहां कार्रवाई के दौरान जेसीबी मशीन जवाब दे गई तो दूसरी लेसीबी मशीन मंगवाई गई। इसके बाद परिषद का अमला बरडिय़ा बालाजी धाम रोड पर पहुंचा। जहां भी एक जने ने परिषद की जमीन को घेर कर टीनशेड करवा लिया था। वहां जेसीबी की मदद से उक्त टीनशेड व अन्य निर्माण कार्य ध्वस्त किया गया। इस दौरान शहर में यह चर्चा भी तेजी से फैली कि पूर्व में नगर परिषद बोर्ड में रहे जनप्रतिनिधि का अतिक्रमण हटाया जाएगा। लेकिन बाद में परिषद दस्ते ने कार्रवाई को रोक दिया।
read also : चने के प्रति बढ़ा रुझान, धनिया का रकबा घटा कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान कई लोगों ने नगर परिषद की बेशकीमती जमीन पर कब्जा कर लिया था। यह लोग अब निर्माण कार्य करा रहे हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। परिषद की अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
मनोज कुमार मीणा, आयुक्त नगर परिषद बारां
मनोज कुमार मीणा, आयुक्त नगर परिषद बारां