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तीन जिलों की दो लाख हेक्टेयर से ज्यादा जमीन को उपजाऊ बनाएगा इंजीनियरिंग का बेमिसाल नमूना

locationबारांPublished: Jun 10, 2021 11:37:36 pm

Submitted by:

mukesh gour

हाड़ौती की महत्वाकांक्षी परवन वृहद् बहुद्देशीय सिंचाई परियोजना

तीन जिलों की दो लाख हेक्टेयर से ज्यादा जमीन को उपजाऊ बनाएगा इंजीनियरिंग का बेमिसाल नमूना

तीन जिलों की दो लाख हेक्टेयर से ज्यादा जमीन को उपजाऊ बनाएगा इंजीनियरिंग का बेमिसाल नमूना

रामबिलास मीणा
गऊघाट. हाड़ौती के कोटा, बारां और झालावाड़ जिले की महत्वाकांक्षी परवन वृहद् बहुद्देशीय सिंचाई परियोजना के अंतर्गत अकावद कलां में 7335 करोड़ रुपए की लागत से बांध का निर्माण कार्य चल रहा है। इसमें जमीन अवाप्ति और मुआवजे के करीब 5000 करोड़ रुपए एवं 2300 करोड़ रुपए बांध के निर्माण व नहरीतंत्र समेत अन्य कामों के शामिल हैं। बांध के एक छोर से ढांचा तैयार किया जा रहा है जो जमीनी स्तर से अब ऊंचा उठा नजर आने लगा है। इस प्रकार से धीरे-धीरे बांध का आकार लेने लगा है। दूसरे छोर पर बांध निर्माण को लेकर ब्लॉकेज का निर्माण जारी है। परवन बांध 490 मिलियन घनमीटर क्षमता का होगा। यह दो लाख एक हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं को पूरा करेगा। इससे बारां, कोटा, झालावाड़ के कुल 637 गांवों में 2.01 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा, 1821 गांवों को पेयजल सुविधा मिलेगी। इसे स्काडा नियंत्रित प्रेशराइज्ड पाइप द्वारा फव्वारा सिंचाई पद्धति के माध्यम से सिंचित किया जाएगा। इससे पानी के व्यर्थ बहाव को रोका जा सकेगा। परियोजना के दोनों पैकेज के अंतर्गत मई 2018 से अब तक 500 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। इसके तहत पाइपलाइन बिछाने, इंटेक निर्माण, सब स्टेशन निर्माण, भवन निर्माण, मेकेनिकल कार्य, सर्वे, ड्राइंग और डिजाइन आदि के काम शामिल हैं। 2019 में अतिवृष्टि, कोरोना एवं बजट की सीमित उपलब्धता के कारण परियोजना के कार्य की प्रगति धीमी रही थी। इस वर्ष परियोजना के समस्त कार्यों को बजट की उपलब्धता सुनिश्चित की जाकर निर्धारित समयसीमा में पूरा किया जाने का लक्ष्य है। परवन बांध परियोजना के अंतर्गत सिंचित क्षेत्र विकास कार्य के आधारभूत संरचना निर्माण हेतु दो पैकेज के तहत पाइपलाइन बिछाने का कार्य किया जाना है। दोनों पैकेज के अंतर्गत लगभग 9 हजार किमी की पाइप लाइन बिछाने का काम भी तेजी से चल रहा है। इसके अंतर्गत 62 डिग्गियों का निर्माण होगा। 20 इंटेक भी बनेंगे। परियोजना के प्रथम पैकेज के अंतर्गत दाईं नहर 89 किमी एवं बाई नहर 52 किमी की होंगी। इसके निर्माण के लिए भूमि अवाप्ति का काम जारी है। आंशिक अवॉर्ड जारी कर नहरों का निर्माण कार्य किया जा रहा है।
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देश में पहली होगी यहां बन रही अंडरग्राउंड वाटर टनल
परवन परियोजना के अंतर्गत बन रही 8.7 किमी लंबी एवं 8 मीटर व्यास की यह देश की सबसे बड़ी जल प्रवाह भूमिगत टनल होगी। इसकी खुदाई का कार्य पूरा हो चुका है। टनल की ड्राइंग का निर्माण कार्य चल रहा है।
38 मीटर ऊंचा बांध
परवन बांध परियोजना के अंतर्गत निर्माणाधीन परवन बांध कंक्रीट से बनाया जाएगा। इसके 15 गेट होंगे। बांध निर्माण के लिए कंक्रीट आदि बनाने का कार्य भी निर्माणस्थल पर मशीनों के जरिए किया जा रहा है। बांध स्थल पर ख़ुदाई के दौरान निकलने वाले पत्थरों से थ्रेसर मशीनों की मदद से इसे बनाया जा रहा है।
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बांध का निर्माण कार्य प्रगति पर है। परियोजना के अंतर्गत 2.01 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में नहरी तंत्र, दाब आधारित पाइपलाइन बिछाने, इन्टेक आदि का निर्माण जारी है।
एसएस मित्तल, परियोजना अधिकारी, अकावद बांध
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