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यह है योजना
सूत्रों ने बताया कि रोडवेज में परिचालकों की कमी को पूरा करने के लिए जुलाई 2019 में बस सारथी योजना में संशोधन किया गया था। इसके तहत अनुबंध परिचालक (सारथी) के लिए पारिश्रमिक राशि में वृद्धि की गई। पहले 8100 रुपए की राशि प्रतिमाह प्रतिफल देने का प्रावधान था। अब 11 हजार रुपए प्रतिमाह किया गया है। यह राशि निगम की ओर से तय नियमों के तहत लक्ष्य प्राप्त करने पर ही देने का प्रावधान है। योजना के तहत पिछले तीन वर्षो में सबसे अधिक आय वाले माह की आय में पांच प्रतिशत राशि बढ़ाकर लक्ष्य दिया जाने का प्रावधान है। सारथी को रोज की आय रोज जमा करानी होती है।
यह है योजना
सूत्रों ने बताया कि रोडवेज में परिचालकों की कमी को पूरा करने के लिए जुलाई 2019 में बस सारथी योजना में संशोधन किया गया था। इसके तहत अनुबंध परिचालक (सारथी) के लिए पारिश्रमिक राशि में वृद्धि की गई। पहले 8100 रुपए की राशि प्रतिमाह प्रतिफल देने का प्रावधान था। अब 11 हजार रुपए प्रतिमाह किया गया है। यह राशि निगम की ओर से तय नियमों के तहत लक्ष्य प्राप्त करने पर ही देने का प्रावधान है। योजना के तहत पिछले तीन वर्षो में सबसे अधिक आय वाले माह की आय में पांच प्रतिशत राशि बढ़ाकर लक्ष्य दिया जाने का प्रावधान है। सारथी को रोज की आय रोज जमा करानी होती है।
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राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की ओर से बारां आगार डिपो को प्रतिमाह करीब 28 हजार किलोमीटर क्षेत्र में बसों का संचालन करने का लक्ष्य आवंटित किया हुआ है। लेकिन यह किलोमीटर भी परिचालकों की कमी के कारण पूरे नहीं हो रहे है। वर्तमान में बारां डिपो की बसें करीब साढ़े 17 हजार किलोमीटर ही चल रही हंै। करीब साढ़े दस हजार किलोमीटर कम चलने से रोडवेज की राजस्व आय भी जबरदस्त प्रभावित हो रही है। इस स्थिति में बारां से अजमेर होते हुए जोधपुर व बारां से रावतभाटा होते हुए उदयपुर मार्ग की बस बंद पड़ी हुई है। इसके अलावा कस्बाथाना समेत कई अन्य लोकल रूटों पर पहले से कम बसों का संचालन हो रहा है। बारां डिपो में वर्तमान में 11 बसों को बस सारथी योजना के तहत दिया हुआ है। इनका बारां-इन्द्रगढ़-जयपुर मार्ग पर दो, बारां-झालावाड़ मार्ग पर दो, बारां-शिवपुरी, बारां-नाहरगढ़, बारां-गुना, बारां-झालावाड़-श्योपुर आदि मार्गो पर संचालन किया जा रहा है। इससे भी रोडवेज को परिचालकों की कमी को लेकर राहत मिल रही है।
परिचालकों की कमी है, इससे करीब 20 बसे नहीं चल रही है। इस मामले में मुख्यालय को अवगत कराया हुआ है। परिचालकों की कमी पूर्ति के लिए सारथी बस योजना चलाई हुई है। यहां 11 बसों को सारथी योजना के तहत दी हुई है। कस्बाथाना मार्ग पर बसे तो चलाई जा रही है, लेकिन पहले से कुछ कम है।
सुनीता जैन, मुख्य प्रबंधक, बारां आगार
राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की ओर से बारां आगार डिपो को प्रतिमाह करीब 28 हजार किलोमीटर क्षेत्र में बसों का संचालन करने का लक्ष्य आवंटित किया हुआ है। लेकिन यह किलोमीटर भी परिचालकों की कमी के कारण पूरे नहीं हो रहे है। वर्तमान में बारां डिपो की बसें करीब साढ़े 17 हजार किलोमीटर ही चल रही हंै। करीब साढ़े दस हजार किलोमीटर कम चलने से रोडवेज की राजस्व आय भी जबरदस्त प्रभावित हो रही है। इस स्थिति में बारां से अजमेर होते हुए जोधपुर व बारां से रावतभाटा होते हुए उदयपुर मार्ग की बस बंद पड़ी हुई है। इसके अलावा कस्बाथाना समेत कई अन्य लोकल रूटों पर पहले से कम बसों का संचालन हो रहा है। बारां डिपो में वर्तमान में 11 बसों को बस सारथी योजना के तहत दिया हुआ है। इनका बारां-इन्द्रगढ़-जयपुर मार्ग पर दो, बारां-झालावाड़ मार्ग पर दो, बारां-शिवपुरी, बारां-नाहरगढ़, बारां-गुना, बारां-झालावाड़-श्योपुर आदि मार्गो पर संचालन किया जा रहा है। इससे भी रोडवेज को परिचालकों की कमी को लेकर राहत मिल रही है।
परिचालकों की कमी है, इससे करीब 20 बसे नहीं चल रही है। इस मामले में मुख्यालय को अवगत कराया हुआ है। परिचालकों की कमी पूर्ति के लिए सारथी बस योजना चलाई हुई है। यहां 11 बसों को सारथी योजना के तहत दी हुई है। कस्बाथाना मार्ग पर बसे तो चलाई जा रही है, लेकिन पहले से कुछ कम है।
सुनीता जैन, मुख्य प्रबंधक, बारां आगार